बरेली:जनपद में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक टैक्सी ड्राइवर फर्जी दारोगा बनकर वकील युवती के सामने शादी का प्रस्ताव लेकर पहुंच गया. जब युवती ने फर्जी दारोगा से कुछ कानूनी धाराएं पूछी तो उसकी पोल खुल गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने फर्जी दारोगा को हिरासत में ले लिया है.
बरेली की रहने वाली एक युवती जो पेशे से वकील है. उसके मुताबिक कुछ दिन पहले फेसबुक पर उसकी दोस्ती लखनऊ में रहने वाले सत्यम तिवारी से हुई. युवती की माने तो सत्यम तिवारी ने अपने आपको उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा के पद पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में तैनात बताया. इसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी. इसके बाद कुछ दिनों में वकील युवती के सामने सत्यम तिवारी ने शादी का प्रस्ताव रखा. इस पर वकील युवती ने मिलने के लिए कहा. गुरुवार को सत्यम दारोगा की वर्दी पहनकर उससे मिलने के लिए लखनऊ से बरेली पहुंच गया. वह दारोगा की फुल ड्रेस और वॉकी-टॉकी के साथ पहुंचा था.
फर्जी दारोगा बना ओला ड्राइवर खुद को हजरतगंज थाने में तैनात बताने वाले सत्यम से जैसे ही उसने आईपीसी की धाराएं पूछी तो वह बगले झांकने लगा. वह कुछ भी नहीं बता सका. इससे युवती को सत्यम के दरोगा होने पर शक हुआ. इसके बाद युवती ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस को देखकर युवक भागने लगा. पुलिस ने उसे दबोचा तो उसने सारा राज उगल दिया. पुलिस ने उसके पास से वॉकी टॉकी और नकली आईडी कार्ड बरामद किया है.
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पता चला है कि सत्यम तिवारी को बीएससी करने के बाद नौकरी नहीं मिली, तो वह ओला टैक्सी का ड्राइवर बन गया. लखनऊ में ओला टैक्सी चलाता है. आम लोगों में वर्दी का रुतबा देखकर उसने दारोगा की वर्दी पहन ली. वह फर्जी दारोगा बनकर वकील युवती से मिलने आया था. युवती की समझदारी से सत्यम की पोल खुल गई और वह सलाखों के पीछे पहुंच गया.
बरेली कोतवाली के इंस्पेक्टर हिमांशु निगम ने बताया कि एक युवती की शिकायत पर लखनऊ के रहने वाले सत्यम तिवारी को हिरासत में लिया गया है. वह दारोगा की वर्दी पहनकर एक युवती से मिलने आया था. वह फर्जी दारोगा बना था. उसके पास से आईडी कार्ड और वॉकी-टॉकी बरामद हुआ है. पूरे मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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