बरेली:अगर आपके दिमाग में हर समय सोशल मीडिया घूमता रहता है, तो यह मोबाइल की लत है. यह एक मानसिक बीमारी बनती जा रही है. जिले में यह बीमारी इतनी फैल गयी है कि इसके लिए जिला अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना की गई है.
बरेली में खुला नशा मुक्ति केंद्र. जो लोग आठ से दस घंटे तक मोबाइल में बिजी रहते हैं, उनमें यह बीमारी देखी जा रही है. बार-बार वीडियो देखना, सोशल मीडिया के पोस्ट को बार-बार देखना, कमेंट और लाइक करना यह सब इसके लक्षण हैं. आज के समय में यह बड़ी बीमारी बनती जा रही है.
अस्पताल में बनाया गया नशा मुक्ति केंद्र-
आज कल के बच्चों और युवाओं में इसका लक्षण देखने को मिल रहा है. इसके लिए महाराणा प्रताप जिला संयुक्त अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया है. यहां काउंसलिंग कर इस लत को दूर किया जा रहा है.
ये हैं इस बीमारी के लक्षण-
- देर रात तक मोबाइल लेकर बैठे रहना.
- हर समय फेसबुक और व्हाट्सऐप पर एक्टिव रहना.
- खाली समय में मोबाइल नें व्यस्त रहना.
- 7 से 8 घंटे तक मोबाइल का प्रयोग करना.
- फिजूल का वीडियो देखना.
जिला अस्पताल में काउंसलिंग के लिए आये 14 वर्षीय संतोष ने बताया कि वह दिन में करीब 7 घंटे तक मोबाइल में व्यस्त रहता है. पढ़ाई छोड़ चुके संतोष ने बताया कि उसकी नस और मुंह में काफी दर्द रहता है. इसके पीछे मोबाइल की लत बताई गई है.
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जिला अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में काम कर रहीं काउंसलर खुश अदा ने बताया कि मोबाइल से ग्रसित बच्चे यहां आते हैं. उनकी काउंसलिंग करने के बाद पता चलता है कि इन सबके पीछे का कारण सिर्फ देर तक मोबाइल पर एक्टिव रहना है. उन्होंने बताया कि महीने में करीब 20 से 25 बच्चे आते हैं. अभी तक 3 हजार बच्चों का इलाज कर चुके हैं.
आजकल मोबाइल की लत बढ़ रही है. खासकर बच्चों और युवा में मोबाइल की लत काफी देखने को मिल रही है. इस केंद्र से लोगों को काफी फायदा हो रहा है.
-डॉ. विनीत कुमार शुक्ल, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी