बरेली:रविवार को प्रवासियों से भरी बस में एक महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया, लेकिन प्रीमेच्योर डिलीवरी होने की वजह से बच्चों की मौत हो गई. पीड़ित महिला को आनन-फानन में जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां उसकी कोरोना जांच भी की जाएगी.
पीड़िता की होगी कोरोना जांच
हापुड़ की रहने वाली गर्भवती महिला फातिमा बस से पश्चिम बंगाल जा रही थी. बरेली के बिथरी स्थित एनएच- 24 पर पहुंचते ही फातिमा को प्रसव पीड़ा होने लगी. जिसके बाद फातिमा ने दो बच्चों को जन्म दिया. एक मृत पैदा हुआ, जबकि एक की मौत जिला महिला अस्पताल पहुंचने के दौरान हो गई. एएमओ डॉ. वर्षा का कहना है कि महिला ने 6 महीने के जुड़वा मृत बच्चों को जन्म दिया था. महिला को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया है. उसका कोरोना का सैम्पल लिया जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
एनएच-24 पर बस उतार कर चली गई
वहीं, पश्चिम बंगाल निवासी फातिमा के पति मिथुन मियां ने बताया कि वह हापुड़ में ईंट-भट्टे पर काम करता था. लॉकडाउन के चलते भट्ठा दो महीनों से बन्द था, जिसके चलते उसे काफी परेशानी हो रही थी. उसने ऑनलाइन हापुड़ में बंगाल जाने के लिए आवेदन किया था. उसके साथ 40 अन्य मजदूरों ने भी आवेदन किया था, लेकिन जब कोई सरकारी मदद नहीं मिली तो सभी लोगों ने आपस में सवा लाख रुपये इकट्ठे करके निजी बस की. जिससे सभी मजदूर कल देर शाम हापुड़ से पश्चिम बंगाल के लिए निकले थे. रविवार सुबह करीब साढ़े 4 बजे मिथुन की पत्नी ने जुड़वा बच्चों को बस में जन्म दिया. बरेली एनएच-24 पर बस मिथुन और उसकी पत्नी को उतारकर चली गई है.