बरेली: वैश्विक महामारी कोरोना से निजात दिलाने के लिए इसका टीका आ चुका है. देश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी आरम्भ किया जा चुका है. बरेली में अब कोरोना वैक्सीन के टीके को आल इंडिया तंजीम उलमा ए इस्लाम की तरफ से भी समर्थन मिल गया है. इस बारे में ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान ऑल इंडिया तंजीम उलमा ए इस्लाम के महासचिव ने एक बैठक कर ये जानकारी दी. ईटीवी भारत ने इस मौके पर उनसे खास बातचीत की.
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ऑल इंडिया तंजीम उलेमा ए इस्लाम वैक्सीन को मिला उलेमाओं का समर्थन कोरोना से बचाव को लेकर सरकार ने वैक्सीन उतार दी है. वहीं अब बरेली से उलेमाओं का समर्थन भी इसे मिल गया है. ऑल इंडिया तंजीम उलेमा ए इस्लाम की तरफ से मंगलवार को एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया. इस अवसर पर उलेमा शहाबुद्दीन रज़वी ने मुस्लिम धर्मगुरुओं और उलेमाओं समेत कोरोना की वैक्सीन का समर्थन करते हुए इसे शरीयत के हिसाब से जायज ठहराया.
वैक्सीनेशन के समर्थन में बरेली के धर्मगुरू और उलेमा
इस मौके पर धर्मगुरुओं के साथ ही पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन जायज है. उन्होंने इस संबंध में विस्तार से बताते हुए कहा कि हमें बहुत दुख है कि भारत के ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोग कोरोना बीमारी से जूझ रहे हैं. लाखों लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी है.
वैक्सीन को बताया सभी के लिए बड़ी राहत
मौलाना ने इस मौके पर ईटीवी भारत से खास बातचीत भी की. उन्होंने कहा कि ऐसे परिदृश्य में जहां कोविड-19 के कारण दुनिया भर में दिक्कतें हर किसी के सामने आईं और बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवा दी. महामारी के लिए वैक्सीन के आगमन की खबर लोगों के लिए एक बड़ी राहत है.
जीवन बचाना इस्लाम में प्राथमिकता
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि जिम्मेदारों द्वारा दिल दहला देने वाली टिप्पणी पर विवादित टिप्पणी करना समझदारी का काम नहीं है. लेकिन उन्होंने वैक्सीन को लेकर जायज और नाजायज पर चल रही बहस के संबंध में कहा कि इस्लामी मान्यता के अनुसार उचित सत्यापन प्रमाण के बिना किसी भी बात पर टिप्पणी करना सही नहीं माना जाता. इस दौरान उन्होंने बताया कि इस्लाम हमेशा किसी भी कीमत पर जीवन बचाने को प्राथमिकता देता है और इसलिए लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.
एक्सपर्ट्स से ली गई जानकारी के बाद लिया समर्थन का फैंसला
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा कि शरीयत में जान बचाने को फर्ज करार दिया है. इस मौके पर उलेमा ने बताया कि उलमा की टीम ने मेडिकल के माहिरीन के माध्यम से इस वैक्सीन के संबंध में जानकारी हासिल की है, जिसमें यह बताया गया है कि इस दवा में कोई भी नाजायज चीज नहीं मिलाई गई है. इसलिए वैक्सीन का इस्तेमाल करना जायज है. ईटीवी भारत ने इस बारे में देर से समर्थन करने के बारे में भी बताया कि पहले इस बारे में सभी पहलुओं पर जानकारी जुटाई गई है.
अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की
उलेमा ने कहा कि मुस्लिम भाई हो चाहें हिन्दू भाई कृपया उनकी यही अपील है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें. मौलाना शहाबुद्दीन ने भारत सरकार की सराहना करते हुए कहा कि दूसरों के मुकाबिल हमारे देश के जरिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं. इस दौरान आयोजित बैठक में मौलाना ताहिर रजा फरीदी, मौलाना मुजाहिद हुसैन, मौलाना गुलाम मुस्तफा, मुफ्ती हाशिम रजा, मौलाना अंसार अहमद ,मुफ्ती तौकीर अहमद ,हाजी अनवर, हाजी नाजिम बेग,चौधरी अनवर एवज,अनवर रजा, मौलाना अफसार अहमद आदि भी उपस्थित रहे. हम आपको बता दें कि मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ऑल इंडिया तंजीम उलेमा ए इस्लाम दरगाह आला हजरत बरेली शरीफ के राष्ट्रीय महासचिव हैं और इनकी गिनती बरेली शहर के बड़े बुद्धिजीवियों में की जाती है.