बरेली: शहर को रोशन करने के लिए लगाई गई एलईडी लाइट को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. करोड़ों रुपये से खरीदी गई लाइटें अब बिजली के खंभे से ही गायब होने लगी हैं. वीवीआईपी इलाकों से लेकर मलिन बस्तियों तक लगाई गई लाइटें गायब हो रही हैं. नगर निगम अधिकारी इस बात को लेकर हैरान हैं कि लाइटें कौन चोरी कर रहा है. इसके लिए टीम बनाकर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
खंभों से गायब हो रहीं एलईडी लाइटें
- पिछले साल की तरह इस साल भी नगर निगम बोर्ड ने फिर से 5.50 करोड़ का बजट लाइटों के लिए पास कर दिया है.
- इस बजट के पास होने से जिन इलाकों में अभी तक एलईडी लाइट नहीं पहुंची है, उन इलाकों में एलईडी लाइट लगाई जाएंगी.
- हालांकि एलईडी लाइट लगाने का कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है.
- जिले में बहुत सारी एलईडी लाइटें या तो खराब हो चुकी हैं या फिर उन्हें चोरी कर लिया गया है.
- नगर निगम द्वारा लगाई गई बहुत सारी लाइटें गायब हो चुकी हैं.
- इसकी सूचना नगर निगम को भी नहीं है कि ये लाइटें कहां गईं.
अधिकारी भी हैं हैरान
- नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि जल्द से जल्द गायब एलईडी लाइटों के बारे में जानकारी ली जाएगी.
- नगर आयुक्त सैम्युल पॉल एन का कहना है कि ईईएसएल द्वारा एलईडी में बदलाव का कार्यक्रम चल रहा है.
- कार्यक्रम के तहत अभी तक 22400 लाईटें बदली गई हैं.
- लगभग 2200 लाईटें कम पाई गईं, जिस वजह से पेमेंट नहीं किया जा रहा है.
- इस विषय में शासन को पत्र भेजा जाएगा, जिससे 70% पैसा शासन देगा और 30% पैसा नगर निगम द्वारा दिया जाएगा.
- लाईटें गायब होने के मामले में सम्बंधित पुलिस स्टेशन को सूचित किया जाएगा ताकि उचित कार्रवाई की जा सके.
- नगर निगम के बिजली बिल की खपत कम करने और बेहतर रोशनी के उद्देश्य से सोडियम लाइट उतारकर एलईडी लगाई गई थीं.
- शासन के आदेश पर एनर्जी एफिशिएंसी सर्विस लिमिटेड ईईएसएल से अनुबंध किया गया था.