बरेली:अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए देश भर में इन दिनों राष्ट्रव्यापी फंड कलेक्शन 15 जनवरी से चल रहा है. बरेली में भी चंदा संग्रह के लिए बनाई गई टीमें डोर टू डोर जाकर संपर्क कर रही हैं. जिले में भगवान राम के मंदिर के लिए नन्हे मासूम भी सामने आ रहे हैं. बरेली में नन्हे मासूम अपने गुल्लक को देने में कोई गुरेज नहीं कर रहे.
अंशुमान त्रिपाठी ने बताया कि मासूम की आंखों में जो आशा गुल्लक उनके हाथ में देते हुए थी, उससे वो अभिभूत हैं. परिवार के लोग भी अपने घर की नन्ही बच्ची का मुंह देखते रह गए. वहीं बेटी के इस निर्णय से सभी बेहद खुश हैं.
मासूम दिवित ने सौंपा गुल्लक
बरेली महानगर के ही राजेंद्र नगर इलाके में भी एक करीब 6 वर्षीय दिवित पाल ने भी ऐसा ही किया. बता दें कि जब मन्दिर निर्माण के लिए समर्पण निधि हेतू धन संग्रह करने के लिए टीम वहां पहुंची, तो नन्हे दिवितपाल ने देखा कि उनकी मम्मी और दादी मां मन्दिर निर्माण हेतू योगदान दे रही हैं, तो उस मासूम से भी नहीं रहा गया. उसने भी अपने घर के अंदर रखी गुल्लक लाकर टीम को यह कहते हुए सौंप दी.
परिवार के लोगों के साथ-साथ संग्रह टीम सदस्य भी मासूमियत से कही दिवित की बात सुनकर बेहद खुश हुए. दिवित ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि वो चाहता है कि भगवान राम के मंदिर को बनाने में उसकी गुल्लक काम में आ जाए.
गौरतलब है कि 15 जनवरी से धनसंग्रह का अभियान जारी है, जिसमें लोग बढ़ चढ़कर लगातार सामने आ रहे हैं. अपनी स्वेच्छा से सामर्थ्यानुसार दान भी कर रहे हैं. बरेली को अलग अलग भागों में विभाजित किया गया है. राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण राशि देने के लिए लोग लगातार टीमों से भी स्वेच्छा से सम्पर्क कर रहे हैं. ऐसे में बरेली के इन दोनों मासूमों की भगवान राम के मन्दिर निर्माण के लिए अपनी तरफ से दी गयी. धनराशि से इन मासूमों के इस कदम की सराहना होना तो लाजिमी है.