बरेली:उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार कारागार मंत्री रविवार को बरेली पहुंचे. जहां उन्होंने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि जेलों में बंद महिला बंदियों के बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क बनाए जाएंगे. साथ ही यूपी की 10 जिलों में जहां जेल नहीं है. वहां जेलों के लिए जमीनों को खरीद लिया गया है. जल्दी उनको बनाने का काम शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जेल जाने वाले सभी कैदी पेशेवर नहीं होते हैं. कभी-कभी अनावस वह कैदी बन जाते हैं. जब वह बाहर आते हैं तो उनको समाज को स्वीकार करना चाहिए.
कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि जेल में कैदियों का आना और उनके लिए बैरक बनाना समाधान नहीं है. हमें चिंतन करना चाहिए कि कैदियों की संख्या क्यों बढ़ कर रही है. बाहर कहीं ना कहीं गलतियां हो रही हैं. चाहे वह नौजवानों, चाहे कोई और हो. जिसके कारण वो जेल जा रहे हैं. अगर तह में जाएं तो विचार करना चाहिए. जेल में 40% से अधिक युवा हैं. इसके पीछे जाने की कोशिश की जननी चाहिए. जब इसको जानने की कोशिश की तो कैदियों के साथ संवाद शुरू किया गया. संवाद के बाद काफी कैदियों को अपने किए पर पछतावा भी हुआ है. इतना ही नहीं स्वतंत्र प्रभार मंत्री कारागार धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि मैं समाज के लोगों से आग्रह करना चाहता हूं कि सभी कैदी पेशेवर नहीं है. अनायास घटित घटनाओं में कैदी बन जाते हैं. इसलिए बाहर आने पर समाज के लोगों को उनको स्वीकार करना चाहिए.