उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

सपा के पूर्व मंत्री ने भाजपा पर लगाया किसानों के शोषण का आरोप, आंदोलन की दी धमकी

बरेली के जिलाधिकारी को सपाइयों ने एक ज्ञापन दिया. इसमें सपा सरकार के पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार में किसान और व्यापारी बेहाल है. किसानों को अपने खेतों की फसलों के लिए खाद की जरूरत पड़ रही है. खाद बाजार से नदारद है.

सपा के पूर्व मंत्री ने भाजपा पर लगाया किसानों पर शोषण का आरोप, आंदोलन की दी धमकी
सपा के पूर्व मंत्री ने भाजपा पर लगाया किसानों पर शोषण का आरोप, आंदोलन की दी धमकी

By

Published : Nov 11, 2021, 8:51 PM IST

बरेली :उत्तर प्रदेश में खाद की किल्लत को देखते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने डीएम को ज्ञापन दिया. इसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान बेहाल है, खाद बाजार से नदारद है, खाद की ब्लैक मार्केटिंग हो रही है. चेतावनी दी कि यदि सरकार किसान और व्यापारियों का शोषण करेगी तो समाजवादी प्रदेशभर में आंदोलन करेंगे.

सपा के पूर्व मंत्री ने भाजपा पर लगाया किसानों पर शोषण का आरोप, आंदोलन की दी धमकी

गौरतलब है कि बरेली के जिलाधिकारी कार्यालय पर सपाइयों ने डीएम को एक ज्ञापन दिया. इसमें सपा सरकार के पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार में किसान और व्यापारी बेहाल है. किसानों को अपने खेतों की फसलों के लिए खाद की जरूरत पड़ रही है. खाद बाजार से नदारद है.

आरोप लगाया कि खाद ब्लैक में बेची जा रही है. किसानों को खाद के लिए दुकानों पर लंबी लाइनें लगानीं पड़ रहीं हैं. ज्यादा पानी बरसने से किसानों की फसल बर्बाद हो गयी है. सपा की सरकार में अगर किसान की फसल बर्बाद हो जाती थी तो सरकार मुआवजा देती थी. मगर भाजपा सरकार में कोई मुआवजा नहीं दिया गया है. सरकार ने गन्ने के रेट का अभी भुगतान नहीं किया है. इसलिए किसान परेशान हैं.

यह भी पढ़ें :फरार चल रहा 25 हजार का इनामी गैंगस्टर गिरफ्तार, एसटीएफ की इस तरकीब से पकड़ा गया आरोपी

पूर्व मंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी मांग करती है कि किसान हित में सभी समस्याओं का निस्तारण जल्द हो वरना समाजवादी पार्टी प्रदेशभर में आंदोलन करेगी.


समाजवादी पार्टी की किसान हित में मांगें

1. जिले में खाद की भारी किल्लत है. किसानों को घंटों लाइनों में लगे रहने के बाद भी यूरिया और डीएपी नहीं मिल पा रही है.
2. किसानों को खाद प्राप्त नहीं हो पा रही है किंतु बिचौलिए 400 से 500 प्रति कट्ठा महंगा कर बेच रहे हैं.
3. भूसे की कीमत 1200 से 1500 प्रति क्विंटल हो गई है. इस कारण किसान व दूध उत्पादक भारी मुश्किलों से गुजर रहे हैं.
4. धान की फसल बर्बाद होने के कारण भूसे के व्यापारी बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं और जानबूझकर बाजार में भूसे का भंडारण कर रहे हैं.
5. गन्ना किसानों का बकाया चीनी मिलों पर है और किसान परेशान घूम रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details