बरेली: थाना बारादरी क्षेत्र निवासी भाजपा के पूर्व मंडल उपाध्यक्ष शारिक को पुरानी रंजिश में बदले की भावना से विरोधी को फंसाने की साजिश रचने के आरोप में पांच अन्य साथियों के साथ जेल भेजा गया है. कुछ दिन पूर्व शारिक ने विपक्षी को फंसाने के लिए फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर खुद को धमकी भरा मैसेज किया और फिर फर्जी तरीके से विपक्षी द्वारा गोली मारने का आरोप लगाकर झूठा मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस की जांच में बीजेपी नेता द्वारा दर्ज कराए मुकदमे बेबुनियाद निकले, लिहाजा पुलिस ने उन्हें पांच अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
दरअसल, पांच माह पूर्व एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाकर बीजेपी नेता शारिक और उसके भाई आरिफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस की जांच में पता चला कि बीजेपी नेता शारिक पर लगे आरोप झूठे हैं, लेकिन उसके भाई आरिफ पर लगे आरोप सही हैं. लिहाजा, उसी वक्त पुलिस ने आरिफ को जेल भेज दिया था. आरोप है कि आरिफ के जमानत पर बाहर आने के बाद शारिक पीड़ित पक्ष पर समझौता का दबाब बना रहा था, लेकिन दूसरा पक्ष समझौते को तैयार नहीं हुआ. लिहाजा, शारिक अपने साथियों के साथ मिलकर उल्टा पीड़ित पक्ष को फंसाने की साजिश रचने लगा.
छानबीन में पता चला कि बीजेपी नेता शारिक ने अपने दोस्त अंकित शर्मा के साथ मिलकर एक मोबाइल फोन चोरी किया. फिर उसी मोबाइल से शारिक ने कासिब सकलैनी के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई. उसी आईडी से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई. बाद में शारिक ने चोरी के नंबर से खुद को कॉल और सोशल साइट्स धमकी भरा मैसेज किया. ये फर्जीवाड़ा कर उसने उल्टा पीड़ित महिला के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया.
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