बरेली:जिलेके शीशगढ़ थाना क्षेत्र के कस्बा में 19 अगस्त को हुए बवाल के बाद पुलिस सोशल मीडिया पर पैनी नजर बनाए हुए है. पुलिस सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट की निगरानी कर रही है. इसी बीच एक महिला डाक्टर ने उकसाने वाले मैसेज का व्हाट्सअप पर स्टेटस लगा दिया. स्टेटस सोशल मीडिया पर वायरल होने पर बवाल करने के आरोप में गिरफ्तार हुए अभियुक्तों के परिजनों ने थाने में शिकायत की. जिसपर पुलिस ने तहरीर के आधार पर महिला डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
शीशगढ़ कस्बा में बिलासपुर बस अड्डे के पास एक प्राइवेट अस्पताल डॉ. नरगिस चलाती है. डॉ. नरगिस ने भड़काऊ मैसेज व फोटो अपने व्हाट्सअप एकाउंट के स्टेटस पर लगाया. जिसमें जेल जा चुके दूसरे समुदाय के आरोपी के खिलाफ आक्रमण करने और उसको दुनिया से हटाने की धमकी दी. यह पोस्ट बाकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस पर वायरल हो गई. जिसकी शिकायत बवाल करने के आरोपी किशोर के पिता बाबू गुप्ता ने थाने में तहरीर दी. जिसपर पुलिस ने बुधवार को महिला डॉक्टर के खिलाफ सातवां मुकदमा दर्ज किया है.
गौरतलब है, पुलिस घटना के बाद बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल कर आरोपियों को चिह्नित कर रही है. पुलिस से बचने के लिए आरोपी अपने घरों से गायब हो गए हैं. कस्बा का बाजार खुल रहा है, लेकिन आसपास के गांवों के लोग खरीदारी के लिए बाजार में बहुत कम आ रहे हैं. मंगलवार को हुए बवाल के मामले में पुलिस ने आठ और आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. जिनके नाम दिलदार अहमद, शहरे यार, सलमान, निजाम, अमर, मो. कैफ , परवेज अहमद और तस्लीम हैं. . इस मामले में अब तक 31 आरोपियों को पुलिस जेल भेज चुकी है. पुलिस लगातार आरोपियों को पकड़ रही है. वहीं, पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को पकड़ने के बाद छोड़ दिया.पुलिस का कहना है कि उनकी बवाल में शामिल होने की पुष्टि नहीं हुई है.
बहेड़ी सीओ डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि शीशगढ़ में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. बवाल करने वालों को पुलिस लगातार गिरफ्तार करके जेल भेज रही है. मंगलवार को भी कुछ को हिरासत में लिया गया है, जिनकी वीडियो और फोटो से पहचान हुई थी. वहीं, दूसरी ओर कस्बे में आरएएफ-पीएसी समेत अन्य पुलिस बल अभी भी तैनात है. शीशगढ़ बवाल को लेकर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है. उसके आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की ओर से दर्ज मुकदमे में भी सात आरोपी गिरफ्तार किए हैं, सभी को जेल भेज दिया गया है.
गौरतलब है कि मंगलवार को शीशगढ़ थाने में छठी रिपोर्ट दर्ज की गई है. यह रिपोर्ट बाबू गुप्ता की ओर से दर्ज कराई गई है, जिसमें बताया गया कि सोशल मीडिया अकाउंट पर तस्लीम ने बाबू गुप्त के बेटे का जीना हराम करने और जान से मारने की धमकी दी थी. पुलिस ने दूसरे समुदाय पर धार्मिक टिप्पणी करने के मामले में बाबू गुप्ता के बेटे को पहले ही गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेजा हुआ है.
शीशगढ़ बवाल के बाद मंगलवार को पुलिस-प्रशासन ने दोनों समुदाय के लोगों के साथ बैठक की थी. इस दौरान समुदाय विशेष को लेकर टिप्पणी करने वाले किशोर पक्ष के लोगों ने कहा कि हजारों लोगों ने एक घर पर चढ़ाई करके उनके भरोसे को तोड़ दिया है. अगर समुदाय विशेष के लोगों को उनसे इतनी ही दिक्कत है तो स्पष्ट बता दें, वे कस्बा छोड़ देंगे. इस पर समुदाय विशेष के लोगों ने कहा कि बच्चों से गलती हो गई. अब सब लोग मिलकर भाईचारा कायम करेंगे.