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औषधियों की गुणवत्ता की नियमित जांच न होने पर अफसरों को नसीहत

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Published : Feb 28, 2021, 3:27 PM IST

बरेली में आवश्यक औषधियों की गुणवत्ता की नियमित जांच न करने पर डीएम ने बैठक के दौरान अफसरों को नसीहत देने के साथ आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि ईट राइट चैलेंज और प्रवर्तन संबंधी कार्यों में तेजी लाई जाए.

डीएम ने की बैठक.
डीएम ने की बैठक.

बरेली: कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने खाद्य, पेय पदार्थ और आवश्यक औषधियों की गुणवत्ता की नियमित जांच न करने पर रविवार को संबंधित विभागीय अफसरों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अफसरों को कार्य में सुधार लाने की नसीहत देने के साथ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए. साथ ही कहा कि ईट राइट चैलेंज और प्रवर्तन संबंधी कार्यों में तेजी लाई जाए.

जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने विकास भवन में बैठक के दौरान कहा कि आम जन मानस के लिए सुरक्षित खाद्य और पेय पदार्थ की गुणवत्ता बनाए रखने में खाद्य और औषधि विभाग तत्परता दिखाए. वहीं, फल और सब्जी मंडियों के साथ अस्पतालों में रक्त और औषधि की नियमानुसार गुणवत्ता की नियमित निगरानी की जाए.

खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन की जिला स्तरीय बैठक

जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि फल और सब्जी मंडियों में साफ-सफाई की जांच मानक अधिनियम के अनुसार की जानी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि ईट राइट चैलेंज और प्रवर्तन संबंधी कार्यों में तेजी लाई जाए.

डीएम ने अफसरों से कहा, काम में लाएं सुधार

डीएम ने अफसरों से कहा कि फल और सब्जी मंडियों में विशेष रूप से खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के अंतर्गत लाइसेंस तथा पंजीकरण की कार्रवाई में तत्परता प्रदर्शित की जानी चाहिए. इन विभागों के कार्य व्यक्ति की मूल आवश्यकताओं से जुड़े हैं. बैठक में जिलाधिकारी ने प्रवर्तन संबंधी कार्यों में पुलिस के अपेक्षित सहयोग के लिए समुचित कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए. साथ ही कहा कि खाद्य सुरक्षा विभाग और विभिन्न प्रकार के व्यवसायियों और विक्रेताओं को खाद्य सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत निर्देश जारी करने की कार्यवाही नियमित रूप से करें.

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