बरेली :उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने बरेली में अपने घर में आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट छोड़कर खुद को जिम्मेदार बताया. हेड कांस्टेबल का उसकी पत्नी से पिछले 10 वर्षों से विवाद चल रहा था. उसके भरण पोषण के भत्ते व रिकवरी वारंट लेकर एक दरोगा उसके घर पहुंचे तो वो कमरे में मृत मिला. बताया जा रहा है कि पारिवारिक विवाद के चलते हेड कांस्टेबल संजीव परेशान चल रहा था, उसी के कारण आत्महत्या कर ली.
Crime news : हेड कांस्टेबल ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में खुद को बताया जिम्मेदार
उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात एक पुलिसकर्मी के आत्महत्या का मामला सामने आया है. युवक बरेली का रहने वाला बताया जा रहा है.
पुलिस के मुताबिक, परिजनों ने बताया कि बरेली के सुभाष नगर थाना क्षेत्र के नेकपुर का रहने वाला संजीव कुमार (35) उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर कासगंज में इन दिनों तैनात था. बताया जा रहा है कि संजीव कुमार छुट्टी पर कल ही अपने घर नेकपुर आया हुआ था, जहां उसने मंगलवार को आत्महत्या कर ली. संजीव कुमार 2005 में उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था और 2008 में विवाह हुआ था. संजीव का एक बेटा भी है जो उसकी पत्नी के साथ रहता है. विवाह के कुछ समय बाद दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया और विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों का मामला अदालत तक पहुंच गया. बताया जा रहा है कि अदालत से पत्नी और बच्चे के भरण पोषण के लिए भत्ते की रिकवरी वारंट आया हुआ था इसी को लेकर सुभाष नगर थाने के एक दरोगा मंगलवार को उसके घर पहुंचे थे. घर में मौजूद उसके पिता से दरोगा ने संजीव को बुलाने को कहा. पिता जब संजीव को बुलाने पहुंचे तो देखा कि उसने आत्महत्या कर ली है. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने संजीव की लाश का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है.
खुद को बताया आत्महत्या के लिए जिम्मेदार :उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात हेड कांस्टेबल संजीव ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखकर छोड़ा है, जिसमें उसने अपने जीवन से हताश होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है. इतना ही नहीं उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसकी मौत का जिम्मेदार वो खुद है और पुलिस किसी को परेशान न करे.
सुभाष नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक अखिलेश प्रधान ने बताया कि 'थाने का एक दरोगा न्यायालय का आदेश लेकर संजीव के घर गया था. उसके पिता ने जब संजीव को आवाज लगाई तो देखा कि संजीव ने आत्महत्या कर ली है. शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है. संजीव के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को बताया है.'