बरेली:अगर आप कोई अपना काम शुरू करने के लिए सोशल साइट पर जाकर किसी कंपनी का नंबर तलाश कर उससे बात करते हैं, तो जरा संभाल कर बात करिएगा. कहीं ऐसा ना हो जिन्हें आप कंपनी का कर्मचारी समझ कर बात कर रहे हों. वह कर्मचारी ना होकर बल्कि जालसाज हो और आपके साथ लाखों की ठगी हो जाए. जी हां बरेली में ही एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां नामी ग्रामी कंपनी की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर आठ लाख से ज्यादा रुपए की ठगी हो गई है.
बरेली कैंट थाना क्षेत्र की चेतना कॉलोनी में रहने वाले हरिओम अपना काम शरू करना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने सोशल साइट्स पर एक फ़ूड कंपनी का विज्ञापन देखा. जिसमे फ्रेंचाइजी देने का विज्ञापन था. हरिओम ने जब सोशल साइट के विज्ञापन में दिए नंबरों पर बात की. तो उन्होंने अपने आप को नामी ग्रामी कंपनी का बताते हुए पांच लाख रुपये में फ्रेंचाइजी देने की बात तय हो गई. हरिओम ने पुलिस को बताया कि विज्ञापन देखने के बाद उन्होंने दिए गए नंबरों पर फोन किया. तो उनकी बात संजय, रोहित, अंकुश कोहली नाम के व्यक्तियों से हुई. बातचीत में हरिओम ने फूड कंपनी की फ्रेंचाइजी खरीदने की इच्छा जताई. तो जालसाजों ने अलग-अलग प्रक्रिया के तहत पांच लाख रुपये कंपनी के खाते में जमा करने की बात कही.
8 लाख की हुई ठगी
साइबर ठगों के झांसे में आने के बाद हरिओम ने 2 फरवरी 2022 से लेकर 14 फरवरी 2022 तक पांच बार में 8 लाख छह हजार 500 रुपये अपनी पत्नी भारती के स्टैंडर्ड चार्रेटेड बैंक खाते से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) के खाते में आईएमपीएस प्रक्रिया से ट्रांसफर कर दिए. उन्होंने पुलिस को बताया कि 14 फरवरी को उनके पास फूड कंपनी के नाम से बनी मेल आईडी से एक ई-मेल पहुंचा, जिसमें ठगों ने 1.45 लाख रुपये की मांग की. इस पर उन्हें शक हुआ तो उन्होंने ठगों को फोन किया. ठगों ने दो दिन का समय मांगा. इसी दौरान हरिओम ने कंपनी के अन्य आउटलेटों पर पता किया. तो पता चला कि कंपनी इस तरह से फ्रेंचाइजी का विक्रय नहीं करती है. इसके बाद से ठगों का नंबर बंद जा रहा है.
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