बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक किराना व्यापारी को 3,00,000 रुपये उधार लेकर न देना महंगा पड़ गया. जिस व्यक्ति ने व्यापारी को रुपये उधार दिलाए थे. वो ही व्यापारी का कातिल बन गया. बरेली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां 14 अक्टूबर को किराना व्यापारी की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने सोमवार को खुलासा करते हुए उसके दुकान मालिक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
बरेली के इज्जत नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले शानू गुप्ता की बारादरी थाना क्षेत्र के सुरेश शर्मा नगर में किराने की दुकान है. किराना व्यापारी शानू गुप्ता का भाई सचिन गुप्ता ने 14 तारीख को थाने में शिकायत दी कि उसका भाई शानू 14 अक्टूबर से लापता है. जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की. काफी खोजबीन करने के बाद शानू का कहीं अता-पता नहीं लगा.
पुलिस जांच ही कर रही थी कि तभी 16 अक्टूबर को बरेली के ही भुता थाना क्षेत्र के जंगल में एक अज्ञात शख्स का शव मिला और जिसकी शिनाख्त शानू गुप्ता के रुप में हुई. पुलिस ने किराना व्यापारी शानू गुप्ता का पोस्टमार्टम कराया तो उसे गोली मारने के बाद गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है. जिसके बाद पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करने के लिए हर पहलू की जांच शुरु की और जांच में जो जानकारी निकलकर आई उसे सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई.
पुलिस लाइन सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बरेली के पुलिस अधीक्षक रविंद्र कुमार ने कहा कि किराना व्यापारी शानू ने अपने दुकान मालिक और व्यापारी विनय गुप्ता के माध्यम से अलग-अलग लोगों से लगभग 3,00,000 रुपये उधार ले रखा था. शानू रुपये वापस नहीं दे पा रहा था. उधार देने वाले विनय गुप्ता उससे पैसे वापस करने का तगादा कर रहे थे. जिससे वो परेशान हो गया था.