बरेलीः तहसील मीरगंज पर समाधान दिवस पर एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. बीएलओ पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उसने बिना कोई जांच करे गांव के 86 जिंदा लोगों को मृत घोषित कर दिया है. इससे वो आने वाले पंचायत चुनाव में वोट नहीं दे सकते.
सूची में दर्ज लोगों के नाम. ग्रामीणों ने लगाया लापरवाही का आरोप
मंगलवार को एसडीएम ममता मालवीय समाधान दिवस पर लोगों की समस्याओं को सुन रही थीं. तभी तहसील के ग्राम चंदपुर काजियान से आए ग्रामीणों ने एसडीएम को अपने यहां के बीएलओ रूप किशोर पर बड़ा आरोप लगाया. ग्रामीणों का कहना है कि बीएलओ ने बिना जांच किए और गांव की दूसरी पार्टी से मिलकर 86 जिंदा लोगों को मृत घोषित कर दिया. यही नहीं ग्रामीणों ने बीएलओ को शराबी बताया. कहा कि वो हमेशा शराब के नशे में रहता है. ग्रामीणों ने एसडीएम से मांग की है कि आरोपी बीएलओ के खिलाफ सख्त कानून कार्रवाई की जाए.
सूची में दर्ज लोगों के नाम. दूसरी पार्टी से मिलने का आरोप
गांव के रहने वाले मोहम्मद अफजाल ने गांव के बीएलओ पर आरोप लगाया कि दूसरी पार्टी से मोटी रकम लेकर बीएलओ ने 86 लोगों को मृत घोषित कर दिया है. यह बीएलओ ने राजनीतिक दवाब में आकर किया है. उन्होंने एसडीएम से शिकायत की है कि बीएलओ पर कार्रवाई की जाए. अगर ग्रामीणों का बीएलओ पर लगाए आरोप सही पाए जाते हैं तो बीएलओ ने कितनी बड़ी लापरवाही की है.