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भारतीय किसान यूनियन ने 14 सूत्रीय मांगों को लेकर बरेली कमिश्नर कार्यालय का किया घेराव - Bhartiya Kisan Union Bareilly Mandal

बरेली में भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के किसानों ने 14 सूत्रीय मांगों को लेकर कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया. प्रदर्शनकारियों ने यूपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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भारतीय किसान यूनियन के किसानों का प्रदर्शन

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Published : Sep 27, 2022, 7:50 PM IST

Updated : Sep 27, 2022, 8:16 PM IST

बरेली:भारतीय किसान यूनियन के बरेली मंडल (Bhartiya Kisan Union Bareilly Mandal) के सैकड़ों किसानों ने अपनी 14 सूत्री मांगों को लेकर कमिश्नर कार्यालय का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.

भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने मंगलवार को बरेली कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों ने काफी देर तक कमिश्नर कार्यालय में हंगामा किया. भारतीय किसान यूनियन के किसान ने मांग की है कि इस वक्त किसानों की फसल तैयार हो चुकी है. उसको खरीदने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर क्रय केंद्र खोले जाएं और बिचौलियों को दूर रखा जाए. साथ ही, क्रय केंद्र पर किसानों को बैठने और पेयजल जैसी अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्थाएं भी होनी चाहिए. इसके अलावा किसानों के बकाया गन्ना भुगतान को जल्द कराया जाए.

किसानों ने बारिश के चलते फसल के नुकसान होने पर उसका सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की भी मांग की है. प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी ने 14 सूत्रीय मांगों को लेकर बरेली मंडल के कमिश्नर के नाम एक ज्ञापन सौंपा है.

अमरोहा में भाकियू ने मुख्यमंत्री के नाम डीएम को सौंपा ज्ञापन
अमरोहा भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के पदाधिकारियों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर 7 सूत्रीय मांगों से भरा एक ज्ञापन सीएम के नाम जिलाधिकारी को सौंपा. साथ ही सभी समस्याओं के जल्द निराकरण की मांग की है. साथ ही बरसात के कारण बर्बाद हुई फसल की निष्पक्ष जांच कराकर उचित मुआवजा दिलाने की बात कही.
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र लोहिया ने बताया कि किसान विभिन्न समस्याओं को लेकर परेशान है. तमाम कोशिशों के बावजूद भी किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है. इसी संबंध में मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम 7 सूत्रीय मांगों के समाधान को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा गया.

ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि बरसात के चलते बर्बाद हुई फसल की निष्पक्ष जांच कराई जाए और किसानों को उसका उचित मुआवजा दिलाया जाए. एमएसपी की गारंटी का कानून सीटू (सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन) के आधार पर लागू किया जाए. पशुओं में गंभीर बीमारी के चलते जो पशु बीमार हो रहे हैं. उन्हें पशु चिकित्सालय से सरकारी डॉक्टरों द्वारा इलाज कराया जाए. ताकि किसान और मजदूर पशुओं की बीमारी से मुक्त हो सके.
उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी ने किसानों और नौजवानों की कमर तोड़ने का काम किया है. इन सभी समस्याओं का संज्ञान लेकर जल्द निस्तारण कराया जाए. प्रदेश सरकार ने चुनाव के समय घोषणा की थी कि किसानों की बिजली माफ की जाएगी. अभी तक बिजली माफ नहीं की गई. बिजली फ्री की घोषणा की जाए. किसानों के दीवारों पर बिजली के मीटर ना लगवाए जाएं. आवारा पशुओं द्वारा किसानों की फसलों को काफी नुकसान हो रहा है. प्रदेश में काफी संख्या में गौशाला होने के बावजूद भी यह किसानों की फसल का नुकसान कर रहे हैं. गौशाला की निष्पक्ष जांच कराई जाए और इन आवारा घूमते पशुओं को गौशाला में भिजवाया जाए.

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Last Updated : Sep 27, 2022, 8:16 PM IST

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