बरेली: उत्तर प्रदेश एटीएस के द्वारा तीन अगस्त को बरेली की एक मीट फैक्ट्री में काम कर रहे दो बांग्लादेशियों को गिरफ्तार करने के बाद बरेली जोन के एडीजी ने पूरे जोन में बाहरी लोगों के सत्यापन कराने का आदेश दिया है. इतना ही नहीं पुलिस उन लोगों का सत्यापन कर रही है जो फैक्ट्रियों में काम कर रहे हैं, होटलों में रुक रहे हैं, किराएदारों का या जो व्यक्ति दूसरे देश से आकर यहां रह रहे हैं.
दरअसल, बरेली की एक मीट फैक्ट्री में काम कर रहे दो बांग्लादेशियों को तीन अगस्त को लखनऊ एटीएस (ATS) की टीम ने गिरफ्तार किया था, जो फर्जी पहचान पत्र बनवा कर फैक्ट्री में काम कर रहे थे. जिसके बाद बरेली की अन्य फैक्ट्रियों में काम कर रहे बाहरी लोगों के सत्यापन की आवश्यकता हुई. सुरक्षा की दृष्टि से सभी का सत्यापन करना जरुरी हुआ तो एडीजी ने पूरे जोन में रह रहे बाहरी लोगों के सत्यापन करने का आदेश दिया है.
बरेली जोन में बाहरी लोगों का सत्यापन शुरू, ADG ने दिया आदेश
बीती तीन अगस्त को लखनऊ एटीएस (ATS) की टीम ने बरेली की एक मीट फैक्ट्री में काम कर रहे दो बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद बरेली की अन्य फैक्ट्रियों में काम कर रहे बाहरी लोगों के सत्यापन की आवश्यकता हुई. सुरक्षा की दृष्टि से सभी का सत्यापन करना जरुरी हुआ तो एडीजी ने पूरे जोन में रह रहे बाहरी लोगों के सत्यापन करने का आदेश दिया है.
एडीजी अविनाश चंद्र ने बताया कि वैसे तो सत्यापन की एक सतत प्रक्रिया है और सुरक्षा की दृष्टि से समय-समय पर पुलिस के द्वारा लोगों का सत्यापन किया जाता है, पर इस बार कुछ दिन पहले बरेली की एक फैक्ट्री में काम कर रहे दो बांग्लादेशियों के पकड़े जाने के बाद और 15 अगस्त को देखते हुए पूरे जोन में रह रहे बाहरी लोगों का सत्यापन अभियान चलाने का आदेश दिया गया है, जिसमें जो भी व्यक्ति बाहर का रहने वाला है, दूसरे प्रांत, देश या दूसरे प्रदेश का है तो उन सब का लोकल पुलिस के स्तर से सत्यापन किया जाएगा.
इतना ही नहीं किराए पर रहने वाले किरायेदारों की भी पहचान पत्र देकर उनका भी सत्यापन किया जाएगा. वही एडीजी अविनाश चंद्र ने कहा कि जिन लोगों के यहां कोई किराएदार रहता है, उनको भी अपने स्तर से उनका सत्यापन करना चाहिए ताकि कोई अपराधी किराए के मकान में छुप कर न रह रहा हो.