बरेली:जनपद में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी का 17वां दीक्षांत समारोह सोमवार को धूमधाम से मनाया गया. दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की. परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि रहे. दीक्षांत समारोह में 85 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही 20 छात्रों को पीएचडी डिग्री और 380 को डिग्री प्रदान की गई.
रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के 17वें दीक्षांत समारोह में पहुंचीं राज्यपाल, बच्चों को किया सम्मानित
बरेली जिले के रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के 17वें दीक्षांत समारोह समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंची. आनंदीबेन पटेल ने 85 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का संबोधन-
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कहा कि भारत को टीबी मुक्त बनाना है. इसके लिए उन्होंने राजभवन से अभियान छेड़ा है और 21 बच्चों को गोद लिया गया है, जिन्हे गुड़ और चना खिलाकर पोषित किया जाएगा. आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी कॉलेज एक-एक गांव गोद लें, जिससे गांवों का शैक्षिक विकास सम्भव हो सकेगा. इसके साथ ही उन्होंने प्लास्टिक का उपयोग न करने और पानी बचाने का संकल्प लेने के लिए भी कहा.
परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह लोकतंत्र की ताकत है कि एक चाय बेचने वाले प्रधानमंत्री बने, कानपुर में टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने वाले रहने वाले राष्ट्रपति बने. इस देश के लोकतंत्र की ताकत है कि एक किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बनता है. एक ऐसे व्यक्ति जो सुबह साढ़े तीन बजे उठ जाते, नमाज पढ़ते, बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते, फिर अखबार बेचते. इतना भी पैसा नहीं था कि स्कूल में पढ़ पाते, वह राष्ट्रपति बने. हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने संकल्पों के बल पर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में अग्रसर हैं.