बरेलीःप्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही आज (मंगलवार) बरेली पहुंचे. यहां उन्होंने कृषि विभाग से जुड़े अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक की. बैठक में जिले के किसानों कर लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन को समझा. कृषि मंत्री ने आवश्यक दिशा निर्देश भी अधिकारियों को दिए. इस मौके पर उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत भी की. उन्होंने कहा कि 4 साल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किसानों के लिए मिशन के रूप में कार्य किया गया है. सरकार के मुख्य एजेंडे में किसान हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में रबी के मौसम में 6 हजार क्रय केंद्र MSP के चलाए जाएंगे. विपक्ष को भी आड़े हाथों लिया. पेश हैं एक्सक्लूसिव बातचीत के प्रमुख अंश...
बरेली पहुंचे राज्य के कृषि मंत्री बोले कृषि मंत्री, बड़े पैमाने पर हुई कर्जमाफी
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश के 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये का कर्ज सरकार ने माफ किया है. उन्होंने बताया कि बड़े पैमाने पर राज्य में MSP पर खरीदारी करके सरकार ने किसानों की आय को बढ़ाने के प्रयास किए हैं. कृषि मंत्री ने बताया कि अब 378 लाख मीट्रिक टन से अधिक खाद्यान्न की खरीदारी प्रदेश भर में हो चुकी है.
किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे छूट के साथ बीज
उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़े, इसके लिए प्रदेश में प्रयास किए जा रहे हैं कि किसान वैज्ञानिक तरीके व उन्नतिशील तरीके से खेती करें. उन्होंने ये भी बताया कि किसानों को 50 प्रतिशत छूट के साथ उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
रबी के मौसम में प्रदेश भर में 6000 क्रय केंद्र MSP पर खरीद करेंगे
कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को लेकर सरकार फिक्रमंद है, उन्होंने सरकार की किसानों को फायदा पहुंचाने वाली नीति भी साझा की. साथ ही गन्ना किसानों के अटके भुगतान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि स्थिति पूर्व की सरकारों से बेहतर है.
विपक्ष पर साधा निशाना
महाराष्ट्र में हाल ही के प्रकरण का जिक्र करते हुए उन्होंने विपक्ष को घेरा. उन्होंने प्रदेश में पूर्व की सरकार के समय का गन्ना किसानों के हालात का जिक्र करते हुए कहा कि अब हालात बदल रहे हैं, चीजें सुधर रही हैं. कृषि मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार आने पर पिछली सरकारों के समय का अटका गन्ना किसानों का भुगतान योगी सरकार ने कराया. वहीं उन्होंने ये भी बताया कि इस वर्ष का भी गन्ना किसानों का 35 प्रतिशत तक का भुगतान हो चुका है. कृषि मंत्री बोले कि किसान अब समझ चुके हैं कि कौन सही कौन गलत है.