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Published : Jul 26, 2021, 6:40 PM IST

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एसडीएम से लगाई इंसाफ की गुहार, भूमाफिया ने उजाड़ दिए दलितों के घर

दलित बस्ती के लोगों ने दबंगों से परेशान होकर आज एसडीएम से इंसाफ की गुहार लगाई है. दबंगों की धमकी से दहशत में आए लोगों की परेशानी सुनकर एसडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं.

एसडीएम से लगाई इंसाफ की गुहार.
एसडीएम से लगाई इंसाफ की गुहार.

बाराबंकी:जिले में दबंग भूमाफिया की नजर ग्राम समाज की जमीन पर लगी है. जमीन को कब्जाने के लिए दो दशकों से यहां स्थित दलित बस्ती को दबंग उजाड़ने में लगे हैं. रविवार को दबंगों ने जेसीबी लगाकर कई घर उजाड़ दिए और एक हफ्ते में पूरी बस्ती को उजाड़ने की धमकी दी. दबंगों की धमकी से दहशत में आए पीड़ितों ने सोमवार को एसडीएम से इंसाफ की गुहार लगाई.

जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के पारा खंदौली के पास कनौजिया गांव की ग्राम समाज की जमीन पर पिछले दो दशकों से दलितों के करीब 60 परिवार रहते हैं. वर्ष 2011 में तत्कालीन ग्राम प्रधान ने इनकी परेशानी देखते हुए इन्हें ग्राम समाज की जमीन पर बसाया था, लेकिन अब इस जमीन पर कुछ भूमाफिया की नजर लग गई है. आरोप है कि रविवार को शिवचरण सिंह अपने कई साथियों और जेसीबी के साथ बस्ती में पहुंचे और जमीन को अपना बताते हुए गरीबों की झोपड़ियां गिराने लगे. इन लोगों ने जब विरोध किया तो उन्हें गालियां देकर और धमका कर भगा दिया. दबंगों ने कई घर उजाड़ दिए और सामान फेंक दिया. यही नहीं दबंगों ने एक हफ्ते के अंदर पूरी बस्ती खाली करने की धमकी दी है.

एसडीएम से लगाई इंसाफ की गुहार.
पीड़ित छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं के साथ आज तहसील नवाबगंज पहुंचे और एसडीएम से इंसाफ की गुहार लगाई. मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, तत्कालीन ग्राम प्रधान रामबिलास ने बताया कि ये दलित मजदूर इधर-उधर भटक रहे थे. इनका कोई ठिकाना नहीं था. वर्ष 2011 में इन लोगों की परेशानी को देखते हुए उन्होंने ग्राम समाज की जमीन रहने के लिए दी थी. उस समय ग्राम समाज के बगल की जमीन शिवचरण ने लेखपाल के सामने पैमाइश कराई थी. उसके बाद उसकी बाउंड्री करा ली थी. तब आरोपी शिवचरण ने कोई दावा नहीं किया था.

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इस दलित बस्ती में तकरीबन 60 परिवार हैं, जो मेहनत-मजदूरी करके अपनी गुजर-बसर करते हैं. दरअसल ये लोग गोंडा जिले के घाघरा नदी के किनारे के रहने वाले हैं. घाघरा नदी की बाढ़ में इनके घर तबाह हो गए तो. उसके बाद ये लोग बाराबंकी चले आए और जहांगीराबाद इलाके में इधर-उधर झोपड़ी बनाकर रहने लगे. इनकी परेशानी देखकर ही ग्राम प्रधान ने इन्हें गांव की परती की जमीन पर बसा दिया और अब दबंग इन्हें वहां से हटा रहे हैं.

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