बाराबंकी : दिवाली के मौके पर भले ही लखनऊ समेत अधिक प्रदूषण वाले 13 जिलों में पटाखे छुड़ाए जाने पर प्रतिबंध हो, लेकिन बाराबंकी को इससे मुक्त रखा गया था. यही वजह है कि किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. जिला अस्पताल के सभी डॉक्टरों की छुट्टियां निरस्त कर उनकी ड्यूटी तय कर दी गई. बर्न वार्ड में बेड रिजर्व किए गए हैं. यही नहीं अग्निशमन विभाग ने भी हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी पूरी कर रखी है. शहर के बीच में फायर पुलिसकर्मियों से लैस एक गाड़ी खड़ी रहेगी, जो हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेगी.
डॉक्टरों की छुट्टियां की गईं निरस्त
दीपावली के मद्देनजर जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टरों की छुट्टियां निरस्त कर उनकी ड्यूटी तय कर दी गई. अस्पताल के बर्न वार्ड को दुरुस्त कराया गया. सामान्य वार्डों की व्यवस्था बढ़ाने के साथ ही कुछ बेड रिजर्व किए गए. प्रचुर मात्रा में दवाइयां और मलहम भी रखे गए हैं.
दिवाली के मद्देनजर बाराबंकी अग्निशमन विभाग सतर्क रहा. जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके सिंह ने बताया कि दिवाली के मौके पर बर्न केसेज के आने की संभावना ज्यादा रहती है. पटाखे जलाने के दौरान जलने की घटनाएं या आग लगने की घटनाएं सामने आती है.दमा रोगियों के लिए घातक हो सकता है पटाखों का धुआं चिकित्सकों के मुताबिक इस समय नमी के चलते पटाखों का धुआं उड़कर ऊपर नहीं जाकर नीचे हमारे इर्द गिर्द रहकर फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है, जो सांस रोगियों और दमा रोगियों के लिए घातक हो सकता है.
दिवाली के मद्देनजर बाराबंकी अग्निशमन विभाग सतर्क रहा. अग्निशमन विभाग भी एलर्ट मुख्य अग्निशमन अधिकारी आरपी राय ने बताया कि दिवाली के मद्देनजर अग्निशमन विभाग पूरी तरह अलर्ट रहा. सभी तहसीलों में आग बुझाने वाली गाड़ियां तैयार खड़ी हैं. शहर के बीच जीआईसी ग्राउंड पर एक गाड़ी खड़ी की गई, ताकि कहीं से किसी प्रकार की आगजनी की खबर आने पर तुरंत पहुंचा जा सके.