बाराबंकी: जिला महिला अस्पताल में कर्मचारियों द्वारा तालाबंदी कर देने से अराजकता का माहौल पैदा हो गया. नर्सिंग स्टाफ समेत सभी कर्मचारियों के हड़ताल कर देने से मरीज परेशान हो गए. आक्रोशित कर्मचारियों ने अस्पताल के दोनों मुख्य गेट पर ताला जड़ दिये जाने से न कोई मरीज अंदर से बाहर आ सकता था और न ही बाहर से अंदर जा सकता था. इस बीच मरीज के परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया. मामले की गम्भीरता देखते हुए अस्पताल पहुंचे पुलिस के आलाधिकारियों ने किसी तरह समझौता कराया. इस दौरान करीब पांच घंटे तक स्वास्थ्य सेवाएं बाधित रहीं.
बाराबंकी: जिला महिला अस्पताल में चला पांच घंटे हंगामा, जानिए वजह
यूपी के बाराबंकी में जिला महिला अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ. नर्सिंग स्टाफ समेत सभी कर्मचारियों के हड़ताल कर देने से मरीज परेशान हो गए. जिसके बाद आक्रोशित कर्मचारियों ने अस्पताल के दोनों मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया.
वकीलों ने भी अस्पताल में काटा हंगामा
महिला अस्पताल में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. यहां के एक गार्ड आशुतोष वर्मा को बुधवार की रात एक तीमारदार रवि मिश्रा ने ऑपरेशन रूम में चप्पल पहन कर जाने से मना करने पर पीट दिया था. मामला थाने पहुंचा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, लिहाजा गुरुवार को अस्पताल के सभी कर्मचारियों ने दोनों मुख्य गेटों में ताला बंद कर हड़ताल शुरू कर दी. इस बीच न कोई अंदर जा सकता था और न ही कोई मरीज बाहर आ सकता था. हड़ताली कर्मचारी आरोपी रवि मिश्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ भविष्य में अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे थे. आरोपी रवि मिश्रा के परिजन अस्पताल से मरीज को डिस्चार्ज करवाकर बाहर ले जाना चाह रहे थे, लेकिन तालाबंदी के चलते उसे डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा था. इसी बीच रवि मिश्रा अपने जानने वाले कुछ वकीलों को लेकर अस्पताल पहुंचा.वकीलों ने जमकर हंगामा किया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल अस्पताल पहुंचा
मामले की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल अस्पताल पहुंचा और हड़ताली कर्मचारियों और रवि मिश्रा के साथ आए लोगों को किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराया. काफी देर बाद जाकर पुलिस गेट खुलवाने में सफल हो सकी. उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती रवि मिश्रा की पत्नी को डिस्चार्ज कराया. उसके बाद मामला शांत हो सका. इस दौरान करीब पांच घंटे स्वास्थ्य सेवाएं बाधित रहीं. कर्मचारियों ने स्ट्राइक करने से मरीजों को हुई परेशानी की बाबत सीएमएस आभा आशुतोष ने कहा कि कर्मचारियों को अपनी सुरक्षा के लिए ये कदम उठाना पड़ा.