बाराबंकी:राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले की महत्वपूर्ण विधानसभा है हैदरगढ़. वर्तमान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस विधानसभा का दो बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. कांग्रेस के गढ़ रायबरेली और अमेठी से सटी इस विधानसभा पर अभी भाजपा का कब्जा है. वर्तमान में इस सीट से बैजनाथ रावत विधायक हैं.बैजनाथ रावत से विभिन्न मुद्दों पर ईटीवी संवाददाता ने खास बातचीत की.पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश...
सवाल: बीते पांच वर्षों में क्षेत्र के विकास में आपकी क्या उपलब्धियां रही?
जवाब: वर्ष 2017 में चुनाव जीतने के बाद हमारी प्राथमिकता रही कि हैदरगढ़ का चौमुखी विकास कैसे हो. वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए यहां विधायक रहे. उन्होंने इस विधानसभा में तमाम काम किये थे. उनके जाने के बाद जो काम पेंडिंग रहे या जो अधूरे रहे सबसे पहले हमने उन कामों को पूरा कराने का प्रयास किया. सड़कें खराब हो गई थीं उनकी मरम्मत कराने का काम किया.कोविड महामारी के चलते एक वर्ष काम ठप रहा,एक वर्ष की निधि भी नहीं मिली.यानी ये कहा जा सकता है कि हम पांच वर्ष के नही बल्कि चार वर्ष के विधायक हैं.
भाजपा विधायक बैजनाथ रावत से खास बातचीत. सवाल: इतने समय के कार्यकाल से कितना संतुष्ट हैं? जवाब:हमने वर्ष 2017 में एक भिलवल और दूसरा खरसतिया में बिजली के दो उपकेंद्र स्वीकृत कराए और इन्हें 6 महीने में पूरा भी करा दिया. वर्ष 2016 में त्रिवेदीगंज में 132 केवीए का करोड़ों की लागत का पावर हाउस बना था, लेकिन वो अधूरा था और कागजों पर चल रहा था. शिलान्यास 2016 में हुआ था लेकिन लाइन 10 किमी भी नहीं बिछी थी.इसी तरह कोठी में भी 33 केवीए का बिजली केंद्र अधूरा पड़ा था. इसका शिलान्यास और उद्घाटन तो कर दिया गया था, लेकिन चल नहीं रहा था जिसको हमने पूरा कराया.इसके अलावा राजनाथ सिंह द्वारा स्वीकृत कराए गए हैदरगढ़ के बस अड्डे के जीर्णोद्धार के लिए 2 करोड़ 67 लाख रुपये आवंटित कराया जिसका निर्माण कार्य चल रहा है. त्रिवेदीगंज ब्लॉक के सुम्भा परेवा गांव में 5 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत कराया जिसका निर्माण चल रहा है.
सवाल: अगर आपको यहां का फिर से प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला तो यहां के विकास के लिए सोचा है?
जवाब:हैदरगढ़ कस्बे में कोई कन्या डिग्री कॉलेज नहीं है, लिहाजा यहां कन्या डिग्री कॉलेज बनवाने की हमारी परिकल्पना है, इसके अलावा सुबेहा कस्बे में भी एक कन्या डिग्री कॉलेज और महिला आईटीआई बनवाने की सोच है. गोमती नदी पर बाबा टीकाराम घाट पर पुल बनवाने की सोच है साथ ही सुबेहा कस्बा बहुत तंग है लिहाजा एक बाईपास बनवाने की सोच है.
सवाल: काफी बड़े क्षेत्रफल वाली विधानसभा है, लेकिन युवाओं और बेरोजगारों के लिए कोई रोजगार के साधन नहीं.क्षेत्र में उद्योग धंधे लगे इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया आपने?
जवाब:प्रयास हुए,त्रिवेदीगंज में औद्योगिक क्षेत्र बनने का प्रस्ताव था लेकिन क्षेत्रीय किसान अपनी जमीनें नहीं देना चाहते थे लिहाजा किसानों के विरोध के चलते औद्योगिक क्षेत्र नही बन पाया. जनता स्वयं ही नहीं चाहती है कि यहां औद्योगिक क्षेत्र बने,उद्योग लगें लिहाजा ये प्रस्ताव टल गया.
सवाल: लेकिन क्षेत्र की जनता का कहना है इसके लिए कोई प्रयास नहीं हुए? जनता में असंतोष है कि विकास कार्य नहीं हुए.
जवाब:ये गलत है. वर्ष 2017 के पहले बिजली का हाल सबको पता है और आज बिजली लगातार दी जा रही है. ये सही है कि कुछ सड़कें खराब हैं लेकिन उनकी वजह पूर्वांचल एक्प्रेस वे निर्माण है. मिट्टी लाने के लिए इन सड़कों का प्रयोग हो रहा है जिससे सड़कें खराब हुई हैं लेकिन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा होते ही इन खराब सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा.
सवाल: किन मुद्दों को लेकर अगला चुनाव लड़ेंगे?
जवाब:हैदरगढ़ कस्बे में चौराहे पर जाम की समस्या होती है, लिहाजा यहां फ्लाई ओवर बनाने की योजना है. जिससे लखनऊ-बनारस,बांदा-रायबरेली,बाराबंकी,अयोध्या आने जाने वालों को जाम से न जूझना पड़े. त्रिवेदीगंज ब्लॉक में एक सैनिक स्कूल और भिटरिया से हैदरगढ़ मार्ग को फोर लेन बनाने की योजना है.
सवाल: क्षेत्र के युवाओं के लिए कोई रोजगार देने की योजना नहीं है?
जवाब:जमीन न होने के चलते क्षेत्र में किसी प्रकार की फैक्ट्री लगवाने की हमारी कोई योजना नहीx है.डिग्री कॉलेज के लिए ही जमीन मिलने में दिक्कत हो रही है.
सवाल: स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या योजना है?
जवाब:एक सीएचसी त्रिवेदीगंज में बन रही है. हैदरगढ़ के अस्पताल को मिनी ट्रामा सेंटर में तब्दील करना चाह रहे हैं. सरकार अस्पताल तो बनवा रही है लेकिन हमारे पास डॉक्टर नही हैं. रिटायर्ड डॉक्टरों को भर्ती कर काम चलाया जा रहा है. अस्पताल तो हैं लेकिन खाली चल रहे हैं. पूर्ववर्ती सरकारों की नाकामी रही कि उन्होंने डॉक्टरों की भर्ती नहीं की.
सवाल: तमाम कार्य करने का दावा कर रहे हैं तो फिर क्षेत्र की जनता असंतुष्ट क्यों है?
जवाब:अगर विपक्ष विरोध नहीं करेगा तो जनता हमारी तारीफ कैसे करेगी. जनता तुलना करती है. हमारी सरकार की कसौटी है निंदक नियरे राखिए आंगन कुटी छवाय. अगर लोग आलोचना नही करेंगे तो हमारी परीक्षा कौन लेगा.