बाराबंकी: अस्पतालों से मोबाइल और बाइक चुराने वाले गैंग का खुलासा, 2 गिरफ्तार - बाराबंकी बाइक लिफ्टर गैंग
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में पुलिस ने मोबाइल और बाइक चुराने वाले गैंग का खुलासा करते हुए दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से चोरी के आठ मोबाइल, पांच बाइकें और 100 ग्राम अवैध मार्फीन बरामद हुए हैं. पकड़े गए एक अभियुक्त पर 10 हजार का इनाम भी है.
बाराबंकी: पुलिस ने अस्पतालों में चार्जिंग पर लगे मोबाइलों की चोरी करने और अस्पताल परिसर से बाइक चुराने वाले गैंग के दो सदस्यों को धर दबोचा है. पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी की आठ मोबाइल, पांच बाइकें और सौ ग्राम अवैध मार्फीन बरामद की है. इनमें से एक अभियुक्त दस हजार का इनामी भी है. खास बात ये कि ये शातिर बदमाश कोरोना के चलते पैरोल पर बाहर था और लगातार अपने साथी के साथ मिलकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था.
पुलिस को पिछले कुछ दिनों से अस्पतालों में मरीजों और उनके तीमारदारों के मोबाइल चोरी होने की शिकायतें मिल रही थीं. पुलिस कप्तान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया. नगर कोतवाल पंकज सिंह के नेतृत्व में टीम ने जब पड़ताल शुरू की तो पता चला कि ये मुख्य रूप से बाइक लिफ्टर गैंग है. टीम ने जाल बिछाया और गुरुवार को असैनी फ्लाई ओवर के पास से दो संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया. इनकी बाइक की छानबीन की गई तो ये चोरी की निकली. पकड़े गए इन दोनों युवकों से पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की, तो इन्होंने कई वारदातों को कारित करने की बात क़ुबूल की. इनके कब्जे से सौ ग्राम अवैध मार्फीन, चोरी के 08 मोबाइल और इनकी निशानदेही पर चोरी की 05 बाइकें बरामद की गई.
शातिर हैं दोनों बदमाश
पकड़े गए अभियुक्तों में एक सतरिख थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव का रहने वाला रामू गौतम है, जो बहुत ही शातिर है. इसके खिलाफ लखनऊ और बाराबंकी में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लूट, चोरी और एनडीपीएस एक्ट के 16 मुकदमे दर्ज हैं. इस पर दस हजार रुपये का इनाम भी था. ये पिछले दिनों चल रहे लॉकडाउन के दौरान पैरोल पर जेल से छूटा था और घर से गायब चल रहा था. पकड़ा गया इसका साथी मुकेश शर्मा बहुत ही शातिर है. इसके खिलाफ भी चोरी और लूट के आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं.
घर वालों का इनसे नहीं है कोई वास्ता
दोनों बदमाश साथ ही रहते हैं. खास बात ये कि दोनों अभियुक्त अपने कपड़े और जरूरत का सामान मोटरसाइकिल की डिग्गी में रखते हैं और इसी तरह की वारदातें करते हैं. इनकी आपराधिक कृत्यों के चलते दोनों के घर वाले इनसे कोई वास्ता नहीं रखते. चोरी किये गए सामान को बेचकर ये बदमाश नशे पर और दूसरे कामों पर खर्च करते हैं.