बाराबंकी : शासन के निर्देश पर मिशन शक्ति अभियान के तहत बाराबंकी में भी मेधावी बालिकाओं को प्रमोट करने के लिए एक दिन की अधिकारी बनाया गया. जिले के अलग-अलग विभागों की अधिकारी बनी इन बालिकाओं ने इस छोटी उम्र में अपनी सूझबूझ से जो फैसले सुनाए, उनसे तमाम लोग प्रभावित हुए बिना नही रह सके. इस दौरान एक दिन की इन अधिकारियों ने तमाम फरियादियों की समस्याएं सुनकर उनका निपटारा किया.
मेधावी बालिकाएं बनीं एक दिन की अधिकारी. जिला प्रोबेशन कार्यालय का हाल
कार्यालय की घण्टी बजी...फरियादी हाजिर हुए...अब आगे से दोनों पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ तो सख्त कार्यवाही की जाएगी. कड़क आवाज में सुनाए गए इस फैसले को सुनकर न केवल दोनों पक्ष बल्कि कार्यालय में मौजूद तमाम लोग हैरान रह गए. दरअसल ये फैसला एक दिन की जिला प्रोबेशन अधिकारी नीलिमा वर्मा ने दिया था.
मेधावी बालिकाएं बनीं एक दिन की अधिकारी. तीन मेधावी बालिकाएं बनी एक दिन की अधिकारी
इंटर टॉपर नीलिमा वर्मा को जिला प्रोबेशन अधिकारी बनाया गया तो इंटरमीडिएट सेकेंड रैंकर प्रिया यादव को महिला कल्याण अधिकारी और हाईस्कूल टॉपर वैष्णवी वर्मा को चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर बनाया गया था. तीनों बेटियों ने कुर्सी संभालते ही अपनी जिम्मेदारी का एहसास किया. इस दौरान नीलिमा ने पिछले काफी अर्से से चले आ रहे पति पत्नी के विवाद को बड़ी ही समझदारी का परिचय देते हुए निपटा दिया.
फैसला सुनाया तो सब हुए सूझबूझ के कायल
नीलिमा ने पहले दोनों पक्षों को गम्भीरता से सुना और फिर फैसला सुना दिया. इस दौरान उसने एक इंटेलिजेंट ऑफिसर की तरह दोनों पक्षों को दिशा निर्देश भी दिए. यही नहीं भविष्य में फैसले का अनुपालन न करने पर सख्त कार्यवाही की भी बात कही.
क्या बोले अधिकारी
अधिकारी बनी तीनों बालिकाओं ने इसे शासन की अच्छी पहल बताया. वहीं जिला प्रोबेशन अधिकारी ने अनिल कुमार मौर्य ने कहा कि इससे न केवल समाज में महिलाओं का मनोबल बढ़ता है, बल्कि बेटियों को कुछ बनने की प्रेरणा भी मिलती है.