बाराबंकी: जिले में पेट्रोल पंप संचालक की अभद्रता से नाराज रोडवेज बस चालकों ने चक्का जाम कर प्रदर्शन किया. इस दौरान घंटों हंगामा चलता रहा. बसों का संचालन ठप होने से यात्री बेहद परेशान दिखे. मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस ने नाराज बस चालकों को समझाने की कोशिश की, लेकिन पेट्रोल पंप संचालक के खिलाफ कार्रवाई के बिना बस चालक मानने को तैयार नहीं हुए. काफी देर चली वार्ता के बाद पेट्रोल पंप संचालक के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन पर बस चालक काम पर लौटे.
बता दें कि पुराने बस स्टेशन से कुछ दूर स्थित स्वस्तिक पेट्रोल पंप को अनुबंधित रोडवेज बसों में डीजल भरने के लिए अधिकृत किया गया है. बस चालक यहां जाकर बसों में डीजल भराते हैं. आरोप है कि आए दिन पेट्रोल पंप संचालक डीजल भराने के दौरान बस चालकों से गाली-गलौज करता है. कई बार एआरएम से इन चालकों ने शिकायत की लेकिन बात नहीं बनी. बीते रविवार को पेट्रोल पंप संचालक के साथ बस चालक विकास गुप्ता का विवाद हो गया. आरोप है कि पेट्रोल पंप संचालक ने झूठे आरोप लगाकर बस चालक के खिलाफ मुकदमा लिखा दिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
इस जानकारी पर सोमवार को बस चालकों और परिचालकों में आक्रोश फैल गया. उन्होंने बसों का संचालन ठप कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. बस संचालन ठप होने से बस स्टेशन पर जमा सैकड़ों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. मामले की जानकारी पर नगर कोतवाल भारी पुलिस फोर्स के साथ बस स्टेशन पहुंचे. उन्होंने नाराज बस चालकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बस चालक नहीं माने. वो अपने सहयोगी के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने के साथ पेट्रोल पंप संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे.