बाराबंकी: कल्याणी नदी को संवारने को लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. विकासखंड फतेहपुर और निंदूरा क्षेत्र में जिस भूखंडों में कल्याणी नदी प्रवाहित हो रही है, उन भूखंडों का स्थलीय सत्यापन चिह्नित किया जाएगा. 27 फरवरी से नदी को संवारने का कार्य प्रारंभ हो गया है. इसको लेकर सीडीईओ एकता सिंह ने तैयारियों का जायजा लिया.
27 फरवरी से शुरू हुआ कार्य
फतेहपुर क्षेत्र के ग्राम मवैया में स्थित कल्याणी नदी को संवारने के कार्य का शुभारंभ बीते 3 मार्च 2020 को किया गया था. क्षेत्रीय विधायक प्रताप वर्मा ने इसका शुभारंभ किया था. पहले चरण में मवैया गांव में 2600 मी. द्वितीय चरण में ग्राम हैदरगंज में 12,100 मीटर खुदाई और चौड़ीकरण का कार्य मनरेगा से कराया गया था. कल्याणी नदी पर 27 फरवरी से खुदाई का कार्य शुरू हो चुका है. इसको लेकर सीडीओ एकता सिंह ने निंदूरा ब्लॉक के ग्राम बुढ़ानापुर में जाकर जायजा लिया. बीडीओ हेमंत कुमार ने बताया कि फतेहपुर क्षेत्र में 7.7 किमी. की लंबाई से विभिन्न गांव में नदी को संवारने का कार्य मनरेगा के तहत कराया जाएगा.
कल्याणी नदी को संवारने का कार्य शुरू
यूपी के बाराबंकी स्थित कल्याणी नदी को संवारने का कार्य 27 फरवरी से शुरू हो गया है. करीब 2 लाख 80 हजार रुपये की लागत से नदी की खुदाई का कार्य शुरू हुआ.
कल्याणी नदी को संवारने का कार्य हुआ शुरू
एसडीएम पंकज सिंह ने बताया कि पहले इस कार्य का शुभारंभ एक फरवरी को होना था, लेकिन किसी कारण से यह विलंब हो गया. फतेहपुर क्षेत्र के ग्राम टिकापुर टांडा में 7.7 किमी. कल्याणी नदी को संवारने का कार्य करीब 7 लाख की लागत से कराया जाएगा. इसके अलावा निंदूरा के ग्राम बुढ़ानापुर में एक किमी. नदी की खुदाई का कार्य करीब 2 लाख 80 हजार रुपये की लागत से होगा.