बाराबंकी: मोदी सरकार की दूसरी पारी का पहला बजट आज संसद में पेश हुआ. इस बजट में पेट्रोल और डीजल दो- दो रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है. डीजल और पेट्रोल में हुई बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ने के भी आसार हैं. वहीं सरकार का कहना है की दो रूपये की इस बढ़ोतरी से गरीबों के लिए कार्य किया जाएगा. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने स्थानीय निवासियों से बातचीत की जहां लोगों ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दामों से आम आदमी की जेब पर खासा असर पडे़गा.
बजट 2019: बाराबंकी: पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों से लोगों में नाराजगी - पेट्रोल- डीजल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बजट-2019 पेश किया. इससे कुछ तबका जहां एक तरफ खुश नजर आया तो कुछ को इस बजट में खामियां नजर आईं. इस दौरान पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ने से बाराबंकी के लोगों में काफी गुस्सा दिखा.
पेट्रोल-डीजल के दामों में दो रूपए की बढ़ोतरी से लोगों में नाराजगी
बजट में पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम
- मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट संसद में पेश किया गया.
- बजट में पेट्रोल- डीजल की बिक्री पर अतिरिक्त टैक्स लगाने की घोषणा की गई.
- टैक्स लगाने से डीजल और पेट्रोल के दामों में लगभग दो-दो रुपए की वृद्धि हुई है.
- दाम बढ़ने से सीधा लोगों की जेब पर असर पहुंचना लाजमी है.
- स्थानीय लोगों में पेट्रोल- डीजल के बढ़े दामों से नाराजगी है.
कुल मिलाकर इस बढ़ोतरी से एक बात तो तय है कि किसानों का इससे नुकसान होना तय है. धान की रोपाई अभी शुरू होने वाली है और इसके लिए खेत की जुताई और सिंचाई दोनों होना है. ऐसे में डीजल के दामों में वृद्धि होने से किसानों को पैसे की चपत लगना तय माना जा रहा है.