उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

बाराबंकीः जिला बार की सदस्यता से विधायक शरद अवस्थी निष्कासित

यूपी के बाराबंकी जिले के रामनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक शरद अवस्थी को जिला बार एसोसिएशन ने एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए उन्हें जिला बार की सदस्यता से निष्कासित कर दिया है. सोमवार को हुई सामान्य सभा की बैठक में ये बड़ा फैसला लिया गया. बीते दिनों रामनगर तहसील के अधिवक्ताओं द्वारा की गई कार्रवाई के लिए जिला बार ने विधायक को जिम्मेदार ठहराया है.

जिला बार एसोसिएशन की सदस्यता से रामनगर विधायक निष्कासित.
जिला बार एसोसिएशन की सदस्यता से रामनगर विधायक निष्कासित.

By

Published : Sep 29, 2020, 9:28 AM IST

बाराबंकी :सरकार द्वारा गठित ग्राम न्यायालयों के विरोध में बीते सात सितम्बर को जिला बार एसोसिएशन बाराबंकी और जनपद के समस्त अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री और मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद को ज्ञापन सौंपा था. ज्ञापन के जरिये मांग की गई थी कि ग्राम न्यायालयों के गठन को रोक दिया जाय. क्योंकि रामनगर और सिरौलीगौसपुर में ग्राम न्यायालयों के गठन के बाद से अधिवक्ता नाराज थे.

इनका कहना था कि अधिवक्ताओं से बिना राय लिए ये निर्णय ले लिया गया. सात सितंबर को हुए प्रदर्शन के बाद रामनगर के कुछ अधिवक्ताओं ने जिला बार एसोसिएशन बाराबंकी के महामंत्री नरेंद्र वर्मा के खिलाफ अपमानित करने वाले और अमर्यादित शब्दों के साथ नारेबाजी की थी. आरोप है कि ये कृत्य रामनगर विधायक के इशारे पर किया गया था. ये मामला सोशल मीडिया में आने के बाद सोमवार को सामान्य सभा की बैठक बुलाई गई थी. जिसमें अधिवक्ताओं की राय ली गई. उसके बाद सर्वसम्मति से विधायक शरद अवस्थी को जिला बार की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया.

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह ने कहा कि रामनगर तहसील के जिन अधिवक्ताओं द्वारा ये कृत्य किया गया वो निंदनीय है. जिला बार एसोसिएशन ने निर्णय लिया कि इसके लिए बार काउंसिल उत्तरप्रदेश को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा. यही नहीं बार अध्यक्ष ने कहा कि महामंत्री नरेंद्र वर्मा चाहे तो उन अधिवक्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं. साथ ही ये भी निर्णय लिया गया कि रामनगर विधायक शरद अवस्थी जो विधायक बनने से पूर्व जिला बार एसोसिएशन के सदस्य और जनपद मुख्यालय के अधिवक्ता थे उनको जिला बार एसोसिएशन के विरुद्ध अनैतिक कार्य करने के कारण अग्रिम आदेश तक निष्कासित किया जाता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details