बाराबंकी: मोटर वाहन नियमों की सख्ती के पीछे सरकार की मंशा राजस्व की वसूली करने की नहीं है, बल्कि लोगों को जागरूक करना है. यह कहना है अयोध्या मंडल के संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन का. आरटीओ अयोध्या शिखर ओझा रविवार को बाराबंकी में परिवहन विभाग के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि नये वाहन नियमों से लोगों में भय पैदा हो गया है. परिवहन विभाग ने यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए रैली निकाली.
नए मोटर वाहन नियमों से सरकार की मंशा राजस्व वसूली नहीं जागरूक करना
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी पहुंचे अयोध्या मंडल के आरटीओ ने कहा कि मोटर वाहन नियमों की सख्ती के पीछे सरकार की मंशा राजस्व वसूली करने की नहीं है, बल्कि लोगों को जागरूक करना है.
चालान से बचने के लिए लोग लगाते हैं हेलमेट
सड़क सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग आम जनमानस की मानसिकता बदलने में लगा है. बाराबंकी पहुंचे अयोध्या आरटीओ शिखर ओझा ने बताया कि हमारे देश की विडंबना है कि हेलमेट और सीट बेल्ट लोग सुरक्षा के लिए नहीं लगाते, बल्कि चालान से बचने के लिए लगाते हैं. उन्होंने कहा कि देश के लोगों में जागरूकता की कमी है. उन्होंने बताया कि मोटर वाहन अधिनियम में हुए नए बदलाव से लोगों में भय पैदा हो गया है. जब जुर्माना 4-5 गुना हो जाता है तो आदमी डर जाता है.
शिखर ओझा ने कहा कि अमूमन प्रदूषण प्रमाण पत्र लोग नहीं बनवाते थे, लेकिन जब से जुर्माना 10 हजार हो गया है तो प्रदूषण प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोगों की लंबी लाइनें लगती हैं. नियमों की सख्ती के पीछे सरकार की मंशा है कि लोग जागरूक हों.