बाराबंकी: कोरोना संकट ने अब लोगों को मानसिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया है. क्वारंटाइन किये गए लोग तनाव में आकर मानसिक रोगी न बन जाएं. इसके लिए मानसिक रोग विभाग की एक विशेष टीम घर-घर जाकर ऐसे लोगों की काउंसिलिंग कर रही है. अब तक 6 हजार लोगों की काउंसिलिंग की जा चुकी है. चार सदस्यीय मनोवैज्ञानिकों की इस विशेष टीम का कहना है कि अगर लोगों को तनाव मुक्त नहीं किया गया तो आगे एक गम्भीर समस्या आने वाली है.
बाराबंकी: क्वारंटाइन लोगों का तनाव दूर कर रहे मनोचिकित्सक
कोरोना महामारी से लॉकडाउन के चलते पिछले एक महीने से लोग घरों में कैद हैं. हजारों लोग क्वारंटाइन केंद्रों में भर्ती हैं. तनाव में आकर कहीं लोग मानसिक बीमार न हो जाए. इसके लिए मनोचिकित्सकों की टीम घर-घर जाकर लोगों की काउंसिलिंग कर रही है.
क्वारंटाइन किए गए लोगों की मनोचिकित्सक की विशेष टीम कर रही कांउसिंलिंग
मनोचिकित्सकों की परेशानी
मनोरोग विशेषज्ञों का कहना है कि जब लॉकडाउन खत्म होगा तो आगे और बड़ी समस्याएं आ सकती हैं. लोग जब अपने बीते दो महीने का एनालिसिस करेंगे कि उनका रोजगार ठप हो गया. फाइनेंशियल लॉस हो गया है. तब लोग इन बातों को सोंचेंगे तो तनाव और बढ़ेगा. ऐसे में एक बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है. यही कारण है कि मनोचिकित्सक लोगों को हर तरह से तैयार कर रहे हैं.
Last Updated : May 24, 2020, 1:57 PM IST