बाराबंकी: जिले में स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण इलाकों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की जांच हो सके. इन केंद्रों पर डेंगू ,चिकनगुनिया, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच समेत मरीजों को योगिक क्रियाएं की जाएंगी. पहले इन उपकेंद्रों और प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था.
ग्रामीण इलाकों में बदहाल पड़े स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में तैयार किया जा रहा है. पहले चरण में 30 उपकेंद्रों को वैलनेस सेंटर में बदला जा रहा है. बाद में सभी 353 उपकेंद्रों को वैलनेस सेंटर में तब्दील कर दिया जाएगा. कुछ पीएचसी केंद्रों को भी वैलनेस केंद्र बनाया जा रहा है. इन केंद्रों पर ट्रेंड स्टाफ नर्सों को तैनात किया जाएगा, जबकि पीएचसी वाले केंद्रों पर एक विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति की जाएगी.
प्रत्येक परिवार का बनेगा फैमिली कार्ड
योजना के तहत आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर प्रत्येक परिवार का फैमिली कार्ड बनाएंगी. साथ ही परिवार के प्रत्येक सदस्य के स्वास्थ्य का ब्यौरा दर्ज करेंगी. बीमार लोगों का डिटेल, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर उपलब्ध कराया जाएगा. सेंटर पर मौजूद स्टाफ उनकी जांच कर उनका प्राथमिक इलाज करेगा, जबकि गंभीर मामलों में बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर्स को भेजेगा.