बाराबंकी: जनपद में तीन दिन पहले हुई एक युवक की हत्या का शनिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी निशानदेही पर मृतक की कार, मोबाइल, पर्स, खून आलूद कपड़े, मृतक का जूता, आलाकत्ल चाकू और एक तमंचा बरामद किया गया है. युवक की हत्या उसकी सियाज कार और रुपयों को लूटने के इरादे से की गई थी.
एडिशनल एसपी आशुतोष मिश्रा के मुताबिक, 1 फरवरी को मसौली थाना क्षेत्र के शहाबपुर नहर के किनारे एक युवक का क्षत विक्षत शव मिला था. उसके शरीर पर दर्जनों चाकुओं के निशान थे. गला भी रेता हुआ था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसकी शिनाख्त के प्रयास किए. सोशल मीडिया पर मृतक की फोटो डाली गई. फोटो देखकर युवक की शिनाख्त हुई. युवक का नाम कलीम था. युवक नगर कोतवाली के पीरबटावन मोहल्ले के जलील होटल के पास रहता था. मृतक के भाई मो. सलीम ने अपने भाई की शिनाख्त की और 02 फरवरी को मसौली थाने में हत्या किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया. सलीम ने बताया कि 31 जनवरी को रात 8 बजे पल्हरी चौराहे पर स्थित चिकन की दुकान से उसे मोटरसाइकिल से पीरबटावन चौराहे पर छोड़कर थोड़ी देर में घर आने की बात कहकर कलीम फिर दुकान वापस जाकर सियाज कार लेकर कहीं चला गया था. जिसकी अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी.
शिनाख्त हो जाने के बाद पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराया. पुलिस कप्तान दिनेश कुमार सिंह ने हत्याकांड के खुलासे के लिए सर्विलांस, स्वाट और मसौली थाने की पुलिस टीमों को लगाया. टीमों ने मैनुअल इंटेलिजेंस और डिजिटल डेटा की मदद से दो युवकों को उठाया और उनसे जब कड़ाई से पूछताछ हुई तब इस हत्याकांड का खुलासा हो गया. पकड़े गए युवको में एक का नाम आमिर और दूसरे का नाम सारिक है. दोनों नगर कोतवाली के पीरबटावन मोहल्ले के रहने वाले हैं. इनकी निशानदेही पर सियाज कार, मृतक का जूता, मोबाइल, पर्स, रक्तरंजित कपड़े, आलाकत्ल चाकू, एक तमंचा मय दो जिंदा कारतूस, मृतक का मोबाइल और 790 रुपये नकद बरामद किया गया.
एडिशनल एसपी आशुतोष मिश्रा ने कहा कि पूछताछ में मुख्य आरोपी आमिर ने बताया कि मृतक कलीम से उसकी दोस्ती थी, जिसके साथ वह जुआ खेलता था. जुए में काफी रुपये हार गया था. जिससे उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी. कलीम उसके घर के पास स्थित जैनुल की सैलून की दुकान पर जाता था. जहां खड़े होकर मेरे घर की तरफ देखता रहता था. एक दिन जैनुल की दुकान पर मृतक कलीम से आरोपी आमिर ने कुछ पैसों की मदद मांगी तो उसने दुकान पर ही आमिर की बहनों के विषय में आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे उसे क्रोध आ गया और उसके बाद उसने कलीम की हत्या करने की योजना बना डाली.
इसी कड़ी में आमिर ने अपनी इस योजना में अपने करीबी दोस्त सारिक को पैसों का लालच देकर उसे शामिल कर लिया. घटना वाली रात यानी 31 जनवरी की रात आमिर और सारिक द्वारा कलीम को एक व्यक्ति द्वारा पैसे दिए जाने का लालच देकर उसे छाया चौराहे पर बुलाया और शहाबपुर नहर के करीब पहुंच कर उसकी हत्या कर डाली. एडिशनल एसपी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि कार मृतक कलीम चला रहा था. उसकी बाई तरफ आमिर बैठा था. पीछे सारिक बैठा था. नहर के करीब पहुंचते ही सारिक ने पहले से ही खरीदकर रखी नायलन की रस्सी से पीछे से कलीम का गला कस दिया और आमिर ने ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला कर हत्या कर दी और शव को नहर के किनारे धकेल दिया.