बाराबंकी: जिले की नगर कोतवाली के मखदूमपुर निवासी कुंवर दिव्यांश सिंह को सोमवार सुबह पीएम मोदी ने राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरुस्कार 2021 से नवाजा है. दिव्यांश ने आज से दो साल पहले महज तेरह साल की उम्र में बहादुरी दिखाते हुए सांड के हमले से अपनी बहन समेत आठ लोगों की जान बचाई थी.
मेधावी छात्र दिव्यांश से बातचीत. दिव्यांश को पीएम मोदी ने दी शाबासी
कक्षा 11 में पढ़ने वाले दिव्यांश ने पीएम मोदी से सोमवार सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की. पीएम मोदी ने दिव्यांश को अच्छे भविष्य की शुभकामाएं दीं. दिव्यांश बहादुरी के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय कई पदकों से सम्मानित किया जा चुका है. साइंटिफिक इनोवेशन अवॉर्ड, साउथ एशिया के यंग चाइल्ड अवॉर्ड, बेस्ट पोस्टर अवॉर्ड, बेस्ट लेक्चर अवॉर्ड और कई बार इंस्पायर अवॉर्ड समेत कई अवॉर्ड दिव्यांश ने अपने नाम किए हैं.
पीएम मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. परिवार में खुशी
पीएम मोदी द्वारा बेटे को दी गई शाबासी से दिव्यांश का परिवार काफी उत्साहित है. परिजनों का कहना है कि दूसरे बच्चे भी दिव्यांश से प्रेरणा लें और समाज के हित के लिए अपने को आगे करें. यही नहीं दूसरे माता-पिता भी अपने बच्चों को उज्ज्वल समाज बनाने के लिए प्रेरित करें.
ये था मामला
शहर के मखदूमपुर दशहराबाग निवासी कुंवर दिव्यांश सिंह जनवरी 2018 में अपनी पांच वर्षीय बहन समृद्धि समेत आठ अन्य स्कूली बच्चों के साथ लौट रहा था. तभी शहर के रोडवेज बस अड्डे के निकट एक सांड ने उसकी बहन पर हमला कर दिया. बहन की जान खतरे में देख दिव्यांश ने बहादुरी और अदम्य साहस दिखाते हुए अपने स्कूली बैग से ही हमलावर सांड से भिड़ गया. आखिर में सांड को भगाकर उसने बहन की जान बचा ली.
इस दौरान उसके दाहिने हाथ में चार जगह फ्रैक्चर हो गया. कुंवर की इस बहादुरी की चर्चा पूरे प्रदेश में हुई थी. आज तीन साल बाद उसे राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. दिव्यांश को इससे पहले भी 2018 में राष्ट्रीय बाल कल्याण परिषद ने ‘रानी लक्ष्मीबाई वीरता’ पुरस्कार से नवाजा है. वर्ष 2019 में जीवन रक्षा पदक से नवाजा जा चुका है. अब उसे प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से नवाजा है.