बाराबंकी : इंसान अपने स्वार्थ और लाभ के लिए इस तरह संवेदनहीन होता जा रहा है कि वह बेजुबान जानवरों पर भी कोई रहम नहीं कर रहा. बाराबंकी में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जहां एक संवेदनहीन खड़खड़ा चालक ने अपने खड़खड़े पर सीमा से अधिक बोझ लाद दिया.
वह सब्जी मंडी से करीब छह कुंतल से भी ज्यादा माल लेकर निकला. बेजुबान घोड़ा किसी तरह भारी बोझा लेकर सब्जी मंडी से चल तो दिया, लेकिन दो किलोमीटर तक जाते-जाते नगर के पटेल तिराहे पर ढेर हो गया. भारी भीड़ और ऊपर से बोझ से लदा घोड़ा लड़खड़ाया और खड़खडे पर लदा माल पिछले हिस्से से खिसक गया, जिससे घोड़ा हवा में लटक गया.