बाराबंकी: मुख्तार अंसारी की चर्चित एंबुलेंस को यूपी पुलिस बाराबंकी ले आई है. इसी एंबुलेंस से पंजाब की रोपड़ जेल से मुख्तार अंसारी मोहाली कोर्ट पहुंचा था. बाराबंकी परिवहन विभाग में रजिस्टर्ड इस एंबुलेंस की न तो फिटनेस है और न ही बीमा. यही नहीं, कूटरचित दस्तावेजों के सहारे इसे पंजीकृत कराया गया था. मामले के खुलासे के बाद एआरटीओ पंकज सिंह ने इस एम्बुलेंस की स्वामी डॉ. अलका राय के खिलाफ नगर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था.
रोपड़ से बाराबंकी लाई गई चर्चित एंलुबेंस जांच में हुआ था धोखाधड़ी का खुलासा
मऊ में श्याम संजीवनी अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर की संचालिका डॉ. अलका राय ने बाराबंकी के फर्जी पते पर रजिस्ट्रेशन कराया था. बाराबंकी से मऊ पहुंची पुलिस टीम की विवेचना में यह धोखाधड़ी का मामला मिला था. इस धोखाधड़ी में मुख्तार समेत कई नाम प्रकाश में आए थे. इस पर मुकदमे में उनके नाम बढ़ाए गए हैं. खोजबीन शुरू हुई तो रविवार रात पंजाब के रोपड़-ऊना हाईवे पर एक ढाबे के किनारे एंबुलेंस लावारिस हालत में खड़ी मिल गई थी. मंगलवार को बाराबंकी पुलिस एंबुलेंस को जनपद ले आई.
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विवेचना के आधार पर बढ़ाए गए नाम
मऊ गई बाराबंकी पुलिस टीम की विवेचना में डॉ. अलका राय समेत उनके सहयोगी डॉ. शेषनाथ राय, मुख्तार अंसारी, मुजाहिद, राजनाथ यादव और अन्य का नाम सामने आया है. उन्होंने दबाव बनाकर प्रपत्रों पर हस्ताक्षर कराए और आपराधिक षड्यंत्र कर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर वाहन को खरीदा. इतना ही नहीं, इसके बाद गलत तरीके से इसका संचालन भी किया.