बाराबंकी:नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के एक मीटर ऊपर बह रहा है. नदी के बाढ़ से करीब 70 गांव चपेट में आ गए हैं. जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. बंधे पर बस रहे लोगों के लिए प्रशासन राहत सामग्री पहुंचाने में जुटा है.
हर वर्ष घाघरा नदी में आने वाली बाढ़ से बाराबंकी जिले के तीन तहसीलों रामसनेहीघाट, सिरौलीगौसपुर और रामनगर के सैकड़ों गांव तबाह हो जाते हैं. नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा ऊफान पर बहने लगती है. बाढ़ के चपेट में कई तटवर्ती गांव आ जाते हैं. तटवर्ती खेतों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं.
पिछले दो दिनों से लगातार घाघरा का जल स्तर बढ़ रहा है. शुक्रवार को घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया, जिससे किनारे के गांवों में पानी घुस आया. तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग अब सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. जिला प्रशासन समेत पीएसी बटालियन बचाव कार्य में जुटा है.