उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

सॉलिड लिक्विड वेस्ट प्रबंधन के तहत अब बनेंगे आदर्श गांव - बाराबंकी लेटेस्ट न्यूज

पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब जल्द ही सभी गांवों को आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाएगा. कचरा साफ कर गांव स्वच्छ और सुंदर बनाए जाएंगे. गांव में सॉलिड लिक्विड वेस्ट के प्रबंधन के लिए खंड विकास अधिकारियों और एडीओ पंचायत को बाकायदा प्रशिक्षित किया जा रहा है.

etv bharat
अब गांव भी शहरों की तरह बनेंगे साफ और सुंदर

By

Published : May 7, 2022, 4:58 PM IST

Updated : May 7, 2022, 6:09 PM IST

बाराबंकी: पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब जल्द ही सभी गांवों को आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाएगा. गांव साफ और सुंदर हों, इसके लिए गांवों से कूड़ा कचरा हटाकर इसे उपयोगी बनाया जाएगा. गांव के सॉलिड लिक्विड वेस्ट का प्रबंधन कैसे किया जाए, इसके लिए सभी ब्लॉकों के खंड विकास अधिकारियों और एडीओ पंचायत को बाकायदा प्रशिक्षित किया जा रहा है.

बता दें कि 15 ब्लॉकों वाले बाराबंकी जिले के 73 गांवों को पहले चरण के लिए चयनित किया गया है. हर ब्लॉक के खंड विकास अधिकारियों, एडीओ पंचायत, खण्ड प्रेरक और तकनीकी सहायकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. यूनिसेफ (UNICEF) के विशेष ट्रेनर इन अधिकारियों और कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित कर रहे हैं. पहले चरण में जिले के 73 गांवों को चिन्हित किया गया है. ट्रेनिंग के बाद ये अधिकारी और कर्मचारी ग्रामीणों से सहयोग लेकर गांवों से सूखे और गीले कचरे का निस्तारण कर गांव को सुंदर बनाएंगे.

अब गांव भी शहरों की तरह बनेंगे साफ और सुंदर
पीएम मोदी ने साल 2014 में स्वच्छ भारत मिशन अभियान की शुरुआत की थी, जिसके तहत सभी गांवों को खुले में शौच से मुक्त बनाना था. साल 2019 में ये अभियान पूरा हो गया. इसकी निरन्तरता बनी रहे इसके लिए ओडीएफ का फेज-2 अभियान शुरू किया गया है. इसके तहत गांवों को साफ सुथरा रखने पर काम होगा.क्या है कार्य योजना-
  • इसके तहत गांवों के सूखे और गीले कचरे को इकट्ठा किया जाएगा.
  • इस कचरे से पॉलीथिन अलग कर उसे अलग किया जाएगा, फिर पॉलीथिन को नष्ट किया जाएगा.
  • कचरे से मेडिकल वेस्ट को छांटकर उसे बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाएगा.
  • फसल और पशुपालन अपशिष्ट को अलग कर उसे कम्पोस्ट पिट में डाला जाएगा. ताकि उसकी खाद बनाई जा सके.
  • नाले-नालियों के पानी को इकट्ठा कर उसको सोकपिट में भेजा जाएगा.
    गांव में सॉलिड लिक्विड वेस्ट का प्रबंधन

यह भी पढ़ें-महंगाई की मार, LPG सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़े, जानें नई कीमत

अधिकारियों का कहना है कि शासन की मंशा है कि गांवों को ऐसा बना दिया जाए कि वहां का जल भी शुद्ध रहे और गांव भी साफ और सुंदर नजर आए. निश्चत ही किसी भी देश की प्रगति के लिए वहां के गांवों का विकसित होना जरूरी है. गांवों के विकास के लिए गांव का साफ-सुथरा होना बेहद जरूरी है. ऐसे में शासन की तरफ से गांवों को सुंदर बनाने के लिए शुरू हुई यह पहल काबिले तारीफ है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : May 7, 2022, 6:09 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details