बाराबंकीः14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें एक नाबालिग का विवाह कराने का मामला सामने आया है. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 348 गरीब जोड़ों का विवाह कराया गया था. ईटीवी भारत की तहकीकात में पता चला कि 348 जोड़ों में से पांच ऐसे जोड़े ऐसे थे, जिनमें वर या कन्या की आयु 18 वर्ष से कम थी. यही नहीं पहले से शादीशुदा एक जोड़े का निकाह करवाने का भी मामला सामने आया है.
जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह ने कहा कि यह खबर निराधार है. अभिलेखों के आधार पर सभी बालिग हैं, लेकिन हम जांच करवा रहे हैं. यदि कोई ऐसा मामला पाया जाएगा तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का है मामला
बाराबंकी के राजकीय इंटर कॉलेज में बने ऑडिटोरियम में 14 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. यहां उन्होंने 351 गरीब जोड़ों का विवाह संपन्न कराने का दावा किया था, लेकिन पड़ताड़ करने पर जानकारी हुई कि मात्र 348 जोड़ों की शादी हुई थी. इनमें से पांच ऐसे लोगों की शादी हुई जिनमें दूल्हा या दुल्हन की उम्र 18 वर्ष से कम थी और एक ऐसे जोड़े का निकाह करवाया गया जो पहले से ही मियां-बीवी थे.