बाराबंकीः कोविड के चलते फिजिकली रूप से बंद चल रही राष्ट्रीय लोक अदालत का करीब नौ महीने बाद शनिवार को आयोजन किया गया. इस मेगा राष्ट्रीय लोक अदालत में ज्यादा से ज्यादा वादों का निस्तारण कर एक रिकॉर्ड बनाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने पहले से ही वादकारियों को शत प्रतिशत नोटिसें तामील कराई थीं. यही वजह रही कि लोक अदालत में जबरदस्त भीड़ दिखी. ज्यादातर भीड़ बैंकों के काउंटर्स पर नजर आई.
पिछली लोक अदालत की गिनाईं उपलब्धियां
इससे पहले लोक अदालत की उपयोगिता को लेकर एक आयोजन किया गया था. जिसमें जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों समेत सभी न्यायिक अधिकारी मौजूद रहे. इस मौके पर प्राधिकरण सचिव ने पिछली लोक अदालत की उपलब्धियां बताईं. वादकारियों की भीड़ से उत्साहित जनपद न्यायाधीश ने कहा कि इस बार की लोक अदालत पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी.
फरवरी में हुई थी अंतिम लोक अदालत
पिछली राष्ट्रीय लोक अदालत फरवरी में आयोजित की गई थी. अदालत में 26,530 मामलों का निस्तारण करते हुए कुल 07 करोड़ 23 लाख 81 हजार 399 रुपये का अर्थदंड वसूला गया था. तहसील और राजस्व न्यायालयों में 13,189 बैंकों के कुल 863 और चिकित्सा विभाग के 9,124 मामले निस्तारित किये गए थे.