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बाराबंकी: कई गांवों में बाढ़ का साया, जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त

यूपी में नदियां इन दिनों बाढ़ का कहर साथ लेकर बह रही हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह पड़ोसी राज्यों में हुई भारी बारिश है. जिले में घाघरा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और लोग घरों से पलायन कर रहे हैं. गांवो में पानी भरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समस्याओं का अंबार

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Published : Sep 22, 2019, 9:27 PM IST

बाराबंकी: यूपी में इन दिनों बारिश और बाढ़ ने कई जिलों में लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. दरअसल, पड़ोसी राज्यों में हो रही भारी बारिश का असर यूपी की नदियों में है क्योंकि प्रदेश की इन नदियों में कई राज्यों की नदियों का पानी छोड़ा गया है. जिसकी वजह से घाघरा नदी भी उफान पर है. घाघरा में लगातार जलस्तर बढ़ता जा रहा है.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समस्याओं का अंबार.

तराई क्षेत्रों में बाढ़ का साया है. बाढ़ पीड़ित घरों से पलायन कर बाढ़ शिविरों में शरण ले चुके हैं लेकिन इन बाढ़ पीड़ितो का आरोप है कि जिला प्रशासन राहत देने के नाम पर महज दिखावा कर रहा है.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समस्याओं का अंबार

  • सिरौलीगौसपुर तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं.
  • गांव में बाढ़ का पानी आ जाने से समस्याएं और बढ़ गई हैं.
  • प्रशासनिक अधिकारी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं.
  • पीड़ितों को राहत सामाग्री वितरण करा रहे हैं.
  • ग्रामीणों का आरोप है कि यहां पर अभी तक किसी प्रकार की राहत सामाग्री नहीं बांटी गई.

पीड़ित ने बयां की बदहाली की कहानी

  • जुम्मन ने बताया कि यहां पर अभी सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की कोई राहत सामाग्री वितरण नहीं करायी गई है जबकि लोगों के घरों में पानी घुस गया है.
  • हम लोगों के पास भी खाने के लिए कुछ नहीं बचा है. सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कुछ खाने पीने के लिये सामाग्री मुहैया करायेगी.
  • जुम्मन ने बताया कि बच्चे भी भूखे हैं. घरों में जो थोड़ा बहुत सामान था वह भी भीग गया है. हम लोगों के लिए तो बहुत समस्याएं हैं.

अभी कुछ लोगों को खाद्यान्न बांटा गया है और आदेश दे दिया गया है जैसे ही खाद्यान आता है दोबारा फिर वितरण कराया जाएगा. पन्नी और त्रिपाल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वितरण किया गया है.
-रामनारायण, एसडीम सिरौलीगौसपुर

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