बाराबंकी: प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में कोरोना और वैक्सीन को लेकर जागरुकता का अभाव है. इसकी बानगी बाराबंकी जिले की रामनगर तहसील के सिसोडा गांव में देखने को मिली. यहां शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम और उप जिलाधिकारी राजीव कुमार शुक्ला वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे. टीम को देखकर ग्रामीणों में भय उत्पन्न हो गया. इस दौरान लोगों ने गांव छोड़कर घाघरा नदी में छलांग लगा दी और भाग गए. अधिकारियों के काफी समझाने के बाद लगभग 20 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया.
वैक्सीनेशन के लिए पहुंची टीम, ग्रामीण नदी में कूद गए - बाराबंकी में वैक्सीन को लेकर जागरुकता का अभाव
यूपी के बाराबंकी के सिसोडा गांव में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम और उप जिलाधिकारी राजीव कुमार शुक्ला कोरोना महामारी को को देखते हुए वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे. जहां टीम को देखकर ग्रामीण भाग गए. अधिकारियों के काफी समझाने के बाद लगभग 20 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया.
गांव के लोगों में फैली है अफवाह
दरअसल, सिसोडा गांव घाघरा नदी के किनारे पर बसा हुआ है. जिससे ग्रामीणों को भागने में आसानी हुई और घाघरा में उतरकर पास के रेत में छुप गए. इस दौरान प्रशासन ने कुछ ग्रामीणों को समझाया कि यह अफवाह लोगों को गलत बताई गई है. उसके बाद कुछ ग्रामीणों ने उपजिलाअधिकारी राजीव कुमार शुक्ला की बात मानकर वैक्सीन लगवाई. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अफवाह फैली हुई है कि जो व्यक्ति वैक्सीन लगवाता है, वह मर जाता है. इस डर के कारण ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की टीम को देखकर गांव से भाग खड़े हुए.
समझाने के बाद 20 लोगों ने लगवाई वैक्सीन
उप जिलाधिकारी राजीव कुमार शुक्ला ने बताया गांव में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. गांव में फैली अफवाह को ग्रामीणों के दिलो दिमाग से निकालने की जरूरत है. उप जिला अधिकारी राजीव कुमार शुक्ला के अनुसार, आठ-दस लोग नदी पार करके भाग गए थे. वहां पर कुछ मछुआरे भी मछली मार रहे थे. जिनकी संख्या लगभग लगभग 15-16 के आसपास थी. बाकी लोगों को समझाया-बुझाया गया. इसके बाद लगभग 20 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया.