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यूपी में 10 दिनों में तैयार हो जाएगी कोविड स्ट्रेन की जांच के लिए लैब: स्वास्थ्य मंत्री - health minister jai pratap singh

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह मंगलवार को कोरोना की वैक्सीन के रख-रखाव के लिए बाराबंकी में बने कोल्ड चेन केंद्र का निरीक्षण करने पहुचे. इस दौरान उन्होंने बताया कि अगले 10 दिनों में राजधानी लखनऊ में एक लैब बनकर तैयार हो जाएगा, जहां कोविड स्ट्रेन की जांच हो सकेगी.

स्वास्थ्य मंत्री
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Published : Dec 30, 2020, 7:39 AM IST

Updated : Dec 30, 2020, 2:25 PM IST

बाराबंकी: कोविड-19 के स्ट्रेन प्रकार का अभी कोई मरीज यूपी में चिन्हित नहीं हुआ है. इसके बावजूद प्रदेश सरकार इस नए स्ट्रेन कोविड को लेकर खासी अलर्ट है. जांच में कोई कमी न रहे, इसके लिए केजीएमयू में एक नई लैब बनने जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस लैब के स्थापित करने की मंजूरी दे दी है. आने वाले दस दिनों के अंदर यह लैब तैयार हो जाएगी, जिसमें कोविड के सेकेंड स्ट्रेन की जांच हो सकेगी. बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री मंगलवार को बाराबंकी में कोविड वैक्सीन रखने के लिए तैयार हो रहे कोल्ड चेन केंद्र का निरीक्षण कर रहे थे.

स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी.

स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि यूपी में कोविड स्ट्रेन का कोई केस नहीं है. यूके से पिछले दिनों 10 लोग आए थे, जो परीक्षण में कोविड पॉजिटिव पाए गए थे. उनका अतिरिक्त परीक्षण के लिए अतिरिक्त सैंपल दिल्ली की आईसीएमआर लैब में भेज दिया गया है. अभी तक लैब से नए स्ट्रेन का कोई कन्फर्मेशन नहीं आया है. उन्होंने बताया कि अभी तक देश में केवल 06 सैम्पल नए स्ट्रेन से आये हैं. इसमे हैदराबाद, चेन्नई और पुणे के लोग शामिल हैं. यूपी में अभी तक कोविड स्ट्रेन का कोई मामला नहीं आया है.

कोल्ड चेन केंद्र का किया निरीक्षण

कोविड वैक्सीन के रख-रखाव के लिए स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कोल्ड चेन केंद्र का निरीक्षण किया. वैक्सीन को लेकर फैली भ्रांतियों को लेकर उन्होंने कहा कि लोगों को इसे इलाज के रूप में देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर कुछ लोग इस वैक्सीन को लगवाने से पीछे हटेंगे तो उन्हें समझाया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि जनवरी तक कोविड वैक्सीन आ जायेगी.

मंडल मुख्यालयों पर भेजी जाएगी वैक्सीन

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वैक्सीन की पहली खेप जैसे ही आएगी उसे सप्लायर्स के माध्यम से 18 मंडलों पर भेजा जाएगा और उन्हें कोल्ड चेन में रखा जाएगा. उसके बाद वहां से सभी सरकारी अस्पतालों और सीएचसी पर इस वैक्सीन को भेजा जाएगा.

जनता ने की सरकार के फैसले की सराहना

कोविड स्ट्रेन की जांच के लिए केजीएमयू को लैब तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं. लैब का निर्माण कार्य 10 दिन में पूरा हो सकता है. प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन ने भी केजीएमयू में कोविड स्ट्रेन की जांच के लिए लैब खोले जाने की औपचारिक घोषणा की है. वहीं कोविड स्ट्रेन का लैब खोले जाने के फैसले की जनता द्वारा सराहना की जा रही है. बता दें कि अभी तक कोविड स्ट्रेन की जांच के लिए सैंपल को दिल्ली भेजना पड़ता था, लेकिन लखनऊ में लैब खुलने से अब इसकी जांच यहीं हो सकेगी.

जनता ने सरकार के फैसले को सराहा.

सरकार के फैसले को लेकर जब लोगों से सवाल-जवाब किए गए तो लोगों ने कहा कि सरकार कोविड-19 पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयासरत नजर आ रही है. कोविड स्ट्रेन के लिए लैब बनाए जाने को लेकर लिए गए फैसले से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार स्वास्थ्य के मामले में आत्मनिर्भर होना चाहती है. लोगों ने कहा कि सरकार कोविड-19 संक्रमण को लेकर शुरुआती दौर से ही सक्रिय नजर आई है और उसी का नतीजा है कि अब हम संक्रमण पर काबू पाते हुए नजर आ रहे हैं. अब जब हमारे सामने नई चुनौती है तो उसको लेकर भी सरकार मजबूती से लड़ती हुई नजर आ रही है.

Last Updated : Dec 30, 2020, 2:25 PM IST

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