बाराबंकी: बाराबंकी पुलिस ने मंगलवार पंचायत भवनों में लगे उपकरण चोरी करने वाले एक अंतर्जनपदीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो सगे भाई हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने 36 बैट्री, 20 इन्वर्टर, मॉनिटर,सीपीयू, यूपीएस समेत कई अन्य सामान बरामद किए है. गिरोह के इन सदस्यों ने रायबरेली, अमेठी और बाराबंकी जिलों में दर्जनों वारदातों को अंजाम देने की बात कुबूल की है. फिलहाल पुलिस ने 21 मामलों का खुलासा किया है.
पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक पिछले काफी समय से पंचायत भवनों में हो रही चोरियों को लेकर गम्भीरता से लेते हुए गिरोह के खुलासे के लिए स्वाट, सर्विलांस और कई थानों की पुलिस को एक्टिव किया गया. इन टीमों ने अपना मैनुअल इंटेलिजेंस बढ़ाया. जिसका नतीजा हुआ कि मंगलवार को असंदरा थाने की पुलिस, स्वाट और सर्विलांस टीम ने संयुक्त रूप से इस गिरोह को दबोच लिया. पकड़े गए गिरोह के तीनों सदस्य एक ही गांव के हैं. जिनमें राहुल कोरी गिरोह का सरगना है, बाकी के दोनों सदस्य रोहित कुमार और नितिन त्यागी दोनों सगे भाई हैं. पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि इनका एक संगठित गिरोह है. ये तीनों आपस में दोस्त है.
Unique Gang in Barabanki:पंचायत भवनों में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, बरामद सामान देख रह जाएंगे हैरान
बाराबंकी पुलिस ने पंचायत भवनों से कंप्यूटर, बैट्रा, इनवर्टर सहित कई अन्य सामान चोरी करने वाले गिरोह की तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. अभियुक्तों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में चोरी का सामान बरामद किया है..
पुलिस के मुताबिक इन्होंने अपने गांव के पंचायत भवन में चोरी की थी तब ये पकड़े नहीं गए. इसके बाद फिर इन्होंने दूसरे गांव के पंचायत भवन से कम्प्यूटर, बैट्रा, इन्वर्टर और तमाम समान चोरी कर लिया. जब यहां भी इनकी चोरी पकड़ी नहीं गई तो इनका हौसला बढ़ता गया. इसके बाद इन्होंने एक-एक करके दर्जनों पंचायत भवनों को अपना निशाना बना डाला. इनके द्वारा पिछले एक वर्ष में बाराबंकी, अमेठी, रायबरेली,अयोध्या और आसपास के जनपदों के दर्जनों पंचायत भवनों में चोरियां की गई हैं. इनके चोरी करने का ढंग भी अनोखा था दिन में ये मोटरसाइकिल से पंचायत भवनों की रेकी करते थे और रात में बड़ी ही आसानी से चोरी को अंजाम देते थे. उसके बाद चोरी किये समान को एकांत में छुपा देते थे और फिर मौका देखकर इन सामानों को ग्राहक तलाश कर सस्ते दामों पर बेच देते थे. इनके ऊपर बाराबंकी, अमेठी और रायबरेली जिलों के विभिन्न थानों में 21 मुकदमे दर्ज हैं.