बाराबंकी:तहसील फतेहपुर में स्थित नेशनल इंटर कॉलेज इन दिनों अभिभावक शिक्षक संघ को माध्यम बनाकर विद्यार्थियों से की जा रही अवैध उगाही को लेकर चर्चा में है. विद्यालय की इस लूट के आगे जिला विद्यालय निरीक्षक बेबस नजर आ रहे हैं. नेशनल कॉलेज कभी अपनी गुणवत्तापरक शिक्षण और अनुशासन के लिए जाना जाता था. गरीब परिवारों से आने वाले विद्यार्थी इस विद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर अपने को गौरवान्वित महसूस करते थे. लेकिन आज प्रबंधक तंत्र की खाऊ कमाऊ नीति ने इसे लूट खसोट का अड्डा बना दिया है.
तहसील फतेहपुर क्षेत्र के ग्रामसमना डीह निवासी राहुल वर्मा ने शनिवार को डीएम को सीएम को संबोधित एक शिकायती पत्र देकर नेशनल इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य पर छात्र-छात्राओं अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है. पत्र में बताया है कि कॉलेज द्वारा शिक्षक अभिभावक संघ के नाम पर 200 प्रति छात्र से वसूली की जा रही है.
बता दें कि विद्यालय द्वारा अभिभावक शिक्षक संघ के माध्यम से प्रति छात्र छात्रा से जबरन 200 रुपये की धन उगाही की जा रही है, जिससे अभिभावकों में रोष है. सत्र 2019-2020 में भी विद्यालय द्वारा अभिभावक शिक्षक संघ को माध्यम बनाकर छात्र-छात्राओं से लगभग 800000 रुपये की धन उगाही की गई थी. इसकी शिकायत जन सुनवाई पोर्टल के माध्यम से मुख्यमंत्री, जिला अधिकारी बाराबंकी से की गई थी.
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इस पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने अभिभावक शिक्षक संघ के नाम पर की गई वसूली को अवैध मानते हुए तत्कालीन प्रधानाचार्य गिरीश चंद दीक्षित को उक्त धनराशिछात्र छात्राओं को 1 सप्ताह के अंदर वापस करने के आदेश दिए थे. डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी जिला विद्यालय निरीक्षक के इस आदेश का अनुपालन अभी तक नहीं किया गया है. विद्यालय प्रबंधक तंत्र ने जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए सत्र 2020-2021 के लिए छात्र-छात्राओं से लगभग 4 लाख की वसूली अभिभावक शिक्षक संघ के नाम पर कर ली है. जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश वर्मा ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी. वहीं, प्रधानाचार्य रामू मौर्या ने अपना नंबर कॉल डाइवर्ट पर लगा रखा है, जिससे बात नहीं हो सकी है.