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बाराबंकी: देवा मेले का ऐतिहासिक घोड़ा बाजार, खरीद सकते हैं 50 लाख तक के घोड़े

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Published : Oct 13, 2019, 10:17 PM IST

बाराबंकी के ऐतिहासिक देवा मेले का घोड़ा बाजार जिले में फिर एक बार सज गया है. बिहार के सोनपुर और राजस्थान के पुष्कर के बाद देवा मेले की इस घोड़ा बाजार की अपनी अलग ही पहचान है.

ऐतिहासिक घोड़ा बाजार.

बाराबंकी: जिले में लगने वाले ऐतिहासिक देवा मेले की पहचान देश-विदेश तक है, लेकिन यहां का घोड़ा बाजार मेले का खास आकर्षण होता है. अगर आप घोड़ा पालने के शौकीन हैं, तो आपको यहां हर ब्रीड के घोड़े मिल जाएंगे. बिहार के सोनपुर और राजस्थान के पुष्कर के बाद देवा मेले के घोड़ा बाजार की अपनी अलग ही पहचान है.

देवा मेले का घोड़ा बाजार
यह है देवा मेले का घोड़ा बाजार, यूं तो मेले में सैकड़ों दुकानें और प्रदर्शनियां लगती हैं, लेकिन मेले का खास आकर्षण यहां का घोड़ा बाजार है. पुष्कर और सोनपुर के बाद यूपी का अपने आप में यह खास घोड़ा मेला है.

ऐतिहासिक घोड़ा बाजार.
हर ब्रीड के घोड़े मिलेंगे यहां
घोड़ा व्यापारी एके सिंह ने बताया कि देश के अलग-अलग प्रदेशों के घोड़ा पालने के शौकीन लोग, यहां लाकर अपने घोड़ों का प्रदर्शन करते हैं और घोड़ों की सही कीमत मिलने पर उनको बेचते हैं. मेले में हर ब्रीड के घोड़े आपको मिल जाएंगे. इस मेले में घोड़े के खूबसूरती, कद-काठी और घोड़े की चाल के हिसाब से उनकी कीमत तय होती है.
घोड़ा बाजार पर भी आर्थिक मंदी का असर
घोड़ा व्यापारी अजय वर्मा ने बताया कि मेले के उद्घाटन से एक हफ्ते पहले ही घोड़ा बाजार सज जाता है. दस दिनों तक चलने वाले इस घोड़ा मेले को दूर-दूर से हजारों लोग देखने आते हैं. इस बार देश की आर्थिक मंदी का असर घोड़ा बाजार पर भी दिखाई दे रहा है. घोड़े के शौकीन लोगों का कहना है कि यहां 50 लाख रुपये तक के घोड़े हैं, लेकिन मंदी के चलते खरीदार नहीं हैं.
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इस घोड़ा बाजार के सहारे हर वर्ष तमाम दुकानदार खासा मुनाफा कमाने थे. घोड़ा सजाने के सामान, जीन और लगाम बेचने वाले इस बार मंदी देखकर हैरान हैं.
-जमील, दुकानदार

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