बाराबंकी:यूपी की राजधानी लखनऊ समेत उत्तराखंड, बिहार, बंगाल, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में "मधुमक्खी वाला" के रूप में अपना डंका बजा चुके शहद निर्माता व मैकेनिकल इंजीनियर निमित सिंह जल्द ही बाराबंकी के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करेंगे. इसके लिए निमित जिले में एक यूनिट लगा रहे हैं. इसके साथ ही जिले के सभी थानों और पुलिस लाइनों में भी इनके द्वारा मधुमक्खी डिब्बा लगाया जाएगा, जिससे पुलिसकर्मियों के परिवार को शुद्ध शहद तो मिलेगा ही साथ-साथ इसकी अर्निंग से एक फंड भी तैयार होगी. मैकेनिकल इंजीनियर निमित आज कुल अलग-अलग 8 फ्लेवर के शहद बनाने का काम कर रहे हैं.
मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले 29 वर्षीय युवा निमित सिंह ने वर्ष 2014 में अन्ना मलाई यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की थी. निमित ने इंजीनियरिंग की डिग्री तो ले ली, लेकिन नौकरी की बजाय लीक से अलग हटकर कुछ नया करने की ठानी. लिहाजा उन्होंने हनी बी फार्मिंग का मन बनाया. पिता लखनऊ के मशहूर शल्य चिकित्सक डॉ. केएन सिंह से अपने स्टार्ट-अप को शेयर किया, तो पिता एक बरगी हैरान हुए लेकिन बेटे के आत्मविश्वास को देखकर उन्होंने निमित को हौसला दिया. उसके बाद निमित ने अपने एक दोस्त राजीव मिश्र के साथ मिलकर "रॉयल हनी एंड बी फार्मिंग" नामक एक सोसायटी बनाई.
मधुमक्खियों और शहद पर किया रिसर्च
सोसायटी बनाने के बाद निमित ने पूरे वर्षभर में होने वाले पेड़-पौधों और उनसे निकलने वाले शहद की गहन स्टडी की. इसके बाद उन्होंने लखनऊ में यूनिट लगाई और मधुमक्खी पालन का काम शुरू किया. जल्द ही इनकी रॉयल हनी कम्पनी का उत्पादन बढ़ने लगा. धीरे-धीरे इन्होंने कई प्रयोग किए, जिसका नतीजा है कि इन्होंने शहद के 8 फ्लेवर तैयार कर डाले.