बाराबंकीः जिले में एक युवती को उसके ही परिजनों ने तालिबानी सजा देते हुए उसके सिर मुंडवा दिए. इसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने दूसरे धर्म के युवक के साथ अपनी मर्जी से विवाह किया था. हालांकि युवती के साथ हुए बर्ताव को प्रशासन ने काफी गंभीरता से लिया है. पूरे मामले की जांच के लिए बुधवार को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष डॉक्टर लालजी प्रसाद निर्मल पीड़ित से मुलाकात करेंगे.
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि रविवार को फतेहपुर कोतवाली के एक गांव में युवती ने गैर धर्म के एक युवक से मर्जी से शादी कर ली थी. युवती के माता-पिता नहीं हैं, वो अपनी दादी के साथ रहती है. युवक भी अनाथ है. दोनों में कुछ दिनों पहले प्रेम हुआ और फिर ये प्रेम धीरे-धीरे परवान चढ़ा और दोनों ने आपसी रजामंदी से शादी कर ली. इसकी जानकारी जब युवती के चाचा वगैरह को हुई तो वे आग बबूला हो उठे और सोमवार को उसे पकड़ ले गए. इन लोगों ने युवती को बुरी तरह मारा पीटा और फिर उसका सिर मुंडवा दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इस मामले में 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जिन्हें मंगलवार को जेल भेज दिया गया.