बाराबंकी:जिले में सगे भांजे ने फर्जी आईडी बनाकर मामा की जमीन का सौदा कर डाला. उसने खरीददार से 50 लाख रुपये भी ले लिए. मामला खुला तो खरीददार के पैरों तले जमीन खिसक गई. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर भांजे और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया.
ताजा मामला सफदरगंज थाना क्षेत्र का है. जौनपुर जिले के सुइथाकला के मूल निवासी वसीम अहमद खान ने रविवार को सफदरगंज थाने में तहरीर दी कि कुछ दिनों पहले उसने बाराबंकी जिले की नवाबगंज तहसील के ग्राम बरियारपुर मजरे बघौरा निवासी सत्यनारायन पुत्र छोटेलाल की जमीन खरीदने का सौदा 50 लाख रुपये में किया था. सौदे के समय कई लोग मौजूद थे. इसके लिए उसने भूमि स्वामी के खाते में 48 लाख 50 हजार रुपये आरटीजीएस के जरिये और डेढ़ लाख रुपये नकद दिए थे. इस तरह उसने सत्यनारायन को 50 लाख रुपये दिए थे.
बीती 19 अगस्त को वसीम ने जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए जब सत्यनारायन को फोन किया तो फोन बंद मिला. तमाम प्रयास के बाद भी जब सत्यनारायण की खबर नहीं लगी तो उसे शक हुआ. लिहाजा भूमि स्वामी की फोटो सीसीटीवी से प्राप्त कर पहचान कराई तो वो फोटो कोठी थाने के टेढ़वा पूरब निवासी जैसराम का निकला. यह जानकर खरीददार वसीम के पैरों तले जमीन खिसक गई. उसे अपने ठगे जाने का एहसास हो गया. लिहाजा उसने सफदरगंज थाने पहुंचकर छह लोगों यानी हुकुम सिंह, दुर्गेश, हरिश्चंद्र उर्फ कालिया, विपिन, जैसराम और सत्यनारायन के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी जैसी गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया.
पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया. टीम ने सोमवार को मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर दुर्गेश पुत्र जैसराम निवासी टेढ़वा थाना कोठी और हुकुम सिंह पुत्र बाबूलाल निवासी मुबारकपुर थाना कोठी को गिरफ्तार कर लिया. सत्यनारायण का सगा भांजा हुकुम सिंह, जो रिच डायमंड इंडिया लिमिटेड साईं प्लाजा का डायरेक्टर है, उसने अपने दोस्तों दुर्गेश ,हरीश, विपिन और दुर्गेश के पिता जैसराम के साथ मिलकर साजिश रची और मामा सत्यनारायन के आधार कार्ड पर जैसराम की फोटो लगवाई.
ये भी पढ़ें- सीएम सिटी के लोगों की 20 साल से नहीं दूर हुई परेशानी, कई कॉलोनियों में कमर तक भरा पानी
भांजे ने सगे मामा की जमीन का किया फर्जी सौदा, खरीददार से ठग लिए 50 लाख रुपये - उत्तर प्रदेश न्यूज़
यूपी के बाराबंकी में सगे भांजे ने फर्जी ढंग से अपने मामा की आईडी बनाकर जमीन का सौदा कर डाला. यही नहीं उसने खरीददार से 50 लाख रुपये भी ले लिये. जमीन की रजिस्ट्री के समय इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ.
यही नहीम इसी आधार पर इन अभियुक्तों ने स्टेट बैंक में खाता भी खुलवा लिया. फिर इन अभियुक्तों ने खरीददार के सामने जैसराम को सत्यनारायन बनाकर पेश किया और जमीन का सौदा कर डाला. पीड़ित वसीम अहमद ने आरटीजीएस किये गए 48 लाख 50 हजार रुपयों को रिच इंडिया कम्पनी लिमिटेड में ट्रांसफर भी कर लिया गया. फिलहाल पुलिस ने पकड़े गए भांजे हुकुम सिंह और जैसराम के पुत्र दुर्गेश को जेल भेज दिया है और बाकी अभियुक्तों की तलाश शुरू कर दी है. साथ ही खाते से लेन-देन पर रोक लगवा दी है.