बाराबंकी:अब घाघरा नदी के किनारे बसने वालों को खतरे का सामना नहीं करना होगा, क्योंकि जो बाढ़ विनाशकारी थी, अब योगी सरकार में वही बाढ़ लाभकारी होगी. यह कहना है सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह का. सिंचाई मंत्री शनिवार को बाराबंकी में बाढ़ का जायजा लेने आये थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन दशकों से लंबित पड़ीं चार राष्ट्रीय परियोजनाएं इसी साल के अंत में पूरी हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं को पिछली सरकारों ने बंद कर दिया था, लेकिन सीएम योगी ने बजट देकर इन परियोजनाओं को शुरू करा दिया है.
बाराबंकी: जो बाढ़ विनाशकारी थी, योगी सरकार में वही लाभकारी बनेगी - घाघरा नदी
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में घाघरा नदी के तटीय क्षेत्र में बसने वाले लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. इन्ही सब परेशानियों से निजात दिलाने के लिए सरकार बाढ़ में कंट्रोल कर लोगों को राहत देने के लिए चार राष्ट्रीय परियोजनाएं शुरू करने जा रही है.
सरयू नहर परियोजना से रुकेगी बाढ़.
सरयू नहर परियोजना से रुकेगी बाढ़
- अब सरयू नहर परियोजना के जरिये घाघरा नदी से आने वाली तबाही को रोका जाएगा.
- पूर्वांचल के जिन नौ जिलों में ये घाघरा नदी तबाही मचाती आई है, अब योगी सरकार में लाभकारी बनने जा रही है.
- बाढ़ से जहां तटवर्ती गांव इसकी बाढ़ में समा जाते थे, लेकिन अब यही पानी सिंचाई के काम आएगा.
- निश्चय ही इन परियोजनाओं के पूरी हो जाने पर न केवल सूबे की सिंचाई की समस्या दूर होगी, बल्कि इससे बिजली की भी समस्या दूर होगी.
पश्चिम की मध्य-गंगा नहर परियोजना, सरयू नहर परियोजना, बाण सागर परियोजना और अर्जुन सहायक परियोजना हैं, जो साल के अंत तक पूरी हो जाएंगी. सरयू नहर परियोजना से घाघरा की बाढ़ को कंट्रोल किया जाएगा, जिससे पूर्वांचल के नौ जिलों को लाभ मिलेगा.
-धर्मपाल सिंह, सिंचाई मंत्री